Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) अब दोबारा गलती नहीं करने की कसम खा ली है, उन्होंने कहा कि अब दोबारा गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि अब दोबारा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन भूल नहीं करेंगे। उन्होंने अपनी भूल के लिए माफी तक मांग ली है। दरअसल, बिहार के कटिहार (Katihar) जिले के बरारी में मंगलवार (16 अक्टूबर) एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन करके गलती की, अब यह गलती दोबारा नहीं होगी। इस गलती को उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा, दो बार गलती से इधर-उधर चला गया था, अब कभी ऐसा नहीं होगा। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का यह बयान तब आया है जब वह 183 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे।
विस्थापित परिवारों को मिला प्रमाण पत्र
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 5,534 विस्थापित परिवारों को बंदोबस्ती प्रमाण पत्र भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का एकमात्र एजेंडा विकास है, और बिहार के हर कोने में यह काम तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक 450 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके अलावा, लगभग 5,000 विस्थापितों को जमीन का बंदोबस्ती पर्चा भी सौंपा गया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि बिहार में विकास कार्य इसी गति से आगे भी जारी रहेगा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और विश्लेषण
नीतीश कुमार का बार-बार आरजेडी (RJD) के साथ गठबंधन को अपनी गलती मानना राजनीति के जानकारों के अनुसार, उनके एंटी-आरजेडी वोटर्स के बीच एक स्पष्ट संदेश है। वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार पांडेय का मानना है कि नीतीश कुमार यह संकेत देना चाहते हैं कि अब वह किसी भी हाल में आरजेडी के साथ नहीं जाएंगे। बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव 1990 से एक महत्वपूर्ण धुरी रहे हैं, और ऐसे में नीतीश कुमार का यह रुख उनकी वोट बैंक में स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास है।
बिहार में उपचुनाव का असर
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार की चार सीटों (रामगढ़-Ramgarh, तरारी-Trari, इमामगंज_ Imamganjऔर बेलगंज- Belganj) पर उपचुनाव (By-election) होने वाले हैं। इसके साथ ही झारखंड (Jharkhand) में भी विधानसभा चुनाव निकट हैं। नीतीश कुमार इससे पहले भी कई बार अपनी गलती मान चुके हैं, खासकर लोकसभा चुनाव के दौरान। उस समय उन्होंने बार-बार मंच से जनता को यह भरोसा दिलाया था कि वह एनडीए के साथ रहेंगे और आरजेडी के साथ अब कभी नहीं जाएंगे। इसका फायदा उन्हें लोकसभा चुनाव के परिणामों में भी मिला, जहां उनकी पार्टी जेडीयू ने बिहार में अच्छा प्रदर्शन किया।
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जनता के बीच साफ संदेश
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का बार-बार अपनी गलती मानना न केवल राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है बल्कि यह उनके वोटरों के बीच भ्रम की स्थिति को भी दूर करने की कोशिश है। बिहार की राजनीति में पाला बदलने की चर्चा के बीच नीतीश कुमार अपने समर्थन आधार को बनाए रखने के लिए लगातार यह स्पष्ट संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि अब वह आरजेडी (RJD) के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।