Nayab Saini: Why did 'Nayab Saini' become 'Nayab' for BJP?

Nayab Saini: BJP के लिए ‘नायाब’ क्यों बन गए ‘नायब सैनी’?

चुनाव 2024 दिल्ली NCR राजनीति हरियाणा
Spread the love

Nayab Saini: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Assembly Elections 2024) के नतीजे ऐतिहासिक रहे हैं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। इस चुनाव में नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) का नाम सबसे आगे आया है, और अब उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री (chief Minister) बनाए जाने की चर्चा जोर पकड़ रही है। आइए जानते हैं कि नायब सैनी BJP के लिए इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं?

OBC वोटों की वापसी में अहम भूमिका

नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) की प्रमुख भूमिका को समझने के लिए हमें यह देखना होगा कि इस बार BJP को OBC वोटों का भरपूर समर्थन मिला है। पार्टी का मानना है कि सैनी के चेहरे ने OBC वोटों को दोबारा BJP की ओर आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस चुनाव में OBC समुदाय का समर्थन सैनी की छवि से प्रेरित होकर वापस आया।

खट्टर की छवि में सुधार

नायब सैनी (Nayab Saini) ने मनोहर लाल खट्टर (Manoharlal Khattar) की मिलनसार छवि को सुधारने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अपने दरवाजे आम लोगों के लिए खोले और लोगों की समस्याओं को खुद सुनने का प्रयास किया। इस प्रकार, सैनी ने पार्टी की छवि को एक नई दिशा दी, जिससे आम जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी।

गैर-जाट रणनीति का सफल कार्यान्वयन

हरियाणा की राजनीति में जाट समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, लेकिन सैनी ने BJP की रणनीति को बदलते हुए गैर-जाट समुदाय (OBC) के पक्ष में मोड़ दिया। गैर-जाटों की आबादी लगभग 35 प्रतिशत है, और सैनी के माध्यम से BJP ने यह संदेश दिया कि वह इस समुदाय की समस्याओं का ध्यान रखती है।

बड़े नेताओं की दावेदारी को कमजोर किया

चुनाव के बीच BJP ने स्पष्ट कर दिया था कि यदि पार्टी सत्ता में वापस आती है, तो नायब सिंह सैनी ही मुख्यमंत्री होंगे। इस फैसले ने कई बड़े नेताओं की दावेदारी को कमजोर कर दिया, और पार्टी में एकता बनी रही।

ये भी पढ़ेंः Nayab Saini बनेंगे हरियाणा के नए CM!

खट्टर के करीबी सहयोगी

सैनी, मनोहर लाल खट्टर (Manoharlal Khattar) के करीबी सहयोगियों में से एक माने जाते हैं। वे बीजेपी के युवा मोर्चा में सक्रिय रहे हैं और खट्टर के राजनीतिक सफर के दौरान उनके साथ जुड़े रहे हैं। यह नजदीकी संबंध उनकी सियासी यात्रा में महत्वपूर्ण साबित हुआ।

तेजी से दिल जीते

सैनी को मुख्यमंत्री (Chief Minister) बनने के बाद बहुत कम समय मिला, लेकिन उन्होंने कुछ ही दिनों में जनता का दिल जीत लिया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जैसे अग्निवीरों को रोजगार और उद्यमिता के अवसर देने के लिए हरियाणा अग्निवीर नीति का अनुमोदन और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 10 नई फसलों की खरीद का प्रस्ताव।

महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं

नायब सैनी ने महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाओं की घोषणा की, जिसमें ‘हर घर गृहिणी योजना’ (Har Ghar Har Grahani Yojana) के तहत 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा किया गया। इसके अलावा, महिलाओं को 2,100 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता और युवाओं के लिए दो लाख सरकारी नौकरियों का वादा भी किया गया।

एग्जिट पोल के बावजूद आत्मविश्वास

सैनी ने चुनाव के दौरान एग्जिट पोल को कोई महत्व नहीं दिया और दावा किया कि BJP हरियाणा में लगातार तीसरी बार सत्ता में आएगी। उन्होंने 6 अक्टूबर को कहा था, “आठ तारीख को जनता देगी जवाब, ये (कांग्रेस) कहेंगे, ईवीएम खराब है।

ये भी पढ़ेंः Haryana में तीसरी बार BJP सरकार!

कुरूक्षेत्र की लाडवा सीट पर जीत

सैनी ने लाडवा (Ladwa) विधानसभा सीट पर अपने निकटतम कांग्रेस (Congress) प्रतिद्वंद्वी मेवा सिंह (Mewa Singh) को 16,054 वोटों के अंतर से हराया। यह जीत उनके मजबूत नेतृत्व और पार्टी की रणनीतियों का प्रमाण है।

निष्कर्ष

इन सभी कारणों से नायब सिंह सैनी BJP के लिए ‘नायाब’ बन गए हैं। उनकी रणनीतियां, जनता के प्रति समर्पण और राजनीतिक कौशल ने उन्हें हरियाणा की कमान में एक मजबूत नेता बना दिया है। अब देखना यह है कि उनका नेतृत्व हरियाणा की राजनीति में किस दिशा में अग्रसर होगा।