बड़ी ग्रेटर नोएडा से आ रही है। जहां दो साल की मासूम की हत्या करने वाले पड़ोसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के सामने आरोपी ने खुलासा किया कि उसने मासूम को दो लाख रुपये के लिए अगवा किया था, हालांकि पकड़े जाने के डर से उसने मासूम की हत्या कर दी। और शव बैग में पैक करने के बाद कमरे के अंदर हैंगर पर टांग दिया था। वह शव को ठिकाने लगाने का मौका तलाश रहा था, लेकिन इससे पहले ही परिजनों को बच्ची की हत्या होने की जानकारी लग गई। पुलिस ने आरोपी पड़ोसी राघवेंद्र को सोमवार रात गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है।
क्या है पूरा मामला ?
चंदौली के रहने वाले शिव कुमार की बच्ची 7 अप्रैल को घर से लापता हो गई थी। देर शाम बच्ची के पिता ने घटना की सूचना सूरजपुर थाना पुलिस को दी थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू की थी। 9 अप्रैल को पड़ोसी राघवेंद्र के कमरे से बदबू आ रही थी। दरवाजा तोड़कर देखा तो बैग से खून टपक रहा था। घटना के बाद से युवक फरार हो गया था।
पुलिस पूछताछ में राघवेंद्र ने बताया कि 5 अप्रैल को उसकी नौकरी छूट गई थी। उसे पैसों की जरूरत थी। इसी दौरान पता चला कि उसके पड़ोसी शिवकुमार के खाते में 10-12 लाख रुपये हैं। उसने शिवकुमार की बच्ची के अपहरण की साजिश रची। दो लाख रुपये की फिरौती मांगनी थी। उसने बच्ची का अपहरण कर घर में बंधक बनाकर रखा था। जब मामले ने तूल पकड़ा तो वह घबरा गया और पकड़े जाने के डर से उसने बच्ची की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एक शॉल बरामद किया है, जिससे उसने बच्ची का मुंह और गला दबाकर हत्या की थी।
बच्ची के रोने पर कर दी हत्या
बच्ची का अपहरण करने के बाद आरोपी ने उसका मुंह बांधकर एक टब में छुपा दिया था। इसके बाद वह घर से बाहर आ गया था। वह बच्ची के पिता से फिरौती मांगने की फिराक में था, लेकिन काफी देर बाद जब आरोपी वापस कमरे में पहुंचा तो उसने देखा कि बच्ची टब से बाहर निकल कर दरवाजे के पास आ गई थी। वह रो रही थी। उसे लगा कि कहीं बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उसकी पोल न खुल जाए। इसके बाद उसने गला दबाकर बच्ची की हत्या कर दी थी। उसका मकसद रात में शव को ठिकाने लगाना था, लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका।