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मनोहर लाल का पावर मॉडल पूरे देश में होगा लागू, हरियाणा समेत कई राज्यों को फायदा

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देशभर में लागू होगा Manohar Lal का पावर मॉडल, बिजली समस्या होगी खत्म

Manohar Lal Power Model: हरियाणा के पूर्व सीएम और केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal ) के पावर मॉडल से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें किृ केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal ) ने देश में बढ़ रही बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कवायद शुरू कर दी है। उत्तराखंड (Uttarakhand) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में पनबिजली परियोजनाओं (Hydroelectric projects) का रास्ता साफ हो गया है। साल 2030 तक हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजनाओं के माध्यम से 500 गीगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है।
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मोदी सरकार-3.0 में मनोहर लाल को देश के सबसे अहम मंत्रालयों में एक ऊर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। ऊर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते हुए मनोहर लाल ने देश भर में बिजली परियोजनाओं से जुड़े कामों को रफ्तार देने का काम शुरू कर दिया है। अहम पहलू ये भी है कि मनोहर लाल द्वारा पूर्व समय में बतौर मुख्यमंत्री हरियाणा में किए गए बिजली सुधार के प्रयासों की खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सार्वजनिक मंचों पर बहुत बार तारीफ कर चुके हैं।


केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल (Union Energy Minister Manohar Lal) ने पिछले दिनों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में पनबिजली परियोजनाओं पर तेजी से काम करने का निर्देश दिया है तो हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजनाओं के माध्यम से भी बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय किया है। भारत की बढ़ती आबादी के अनुसार से अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2035 में बिजली की डिमांड लगभग दोगुनी हो जाएगी। अलबत्ता, इस स्थिति को देखते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने महत्वपूर्ण बिजली परियोजनाओं में उत्पादन बढ़ाने के साथ देश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का रोड मैप भी तैयार किए हैं।

टिहरी डैम की बढ़ाई जाएगी क्षमता

आपको बता दें कि पिछले दिनों मनोहर लाल ने टिहरी गढ़वाल डैम पर 1000 मेगावाट टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट और 2400 मेगावाट टिहरी पावर कॉम्प्लेक्स में हो रहे निर्माण गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया और तेजी से परियोजनाएं पूरी करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए। खास ये कि टीएचडीसीआईएल उत्तरी ग्रिड को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने में सबसे आगे रहा है और सिंचाई से संबंधित लाभ प्रदान करने के साथ बाढ़ नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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केंद्रीय मंत्री ने की बिजली परियोजनाओं की समीक्षा

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ प्रदेश में चल रही बिजली परियोजनाओं की समीक्षा भी की। खासकर हाइड्रो सेक्टर के प्रोजेक्ट्स के साथ पनबिजली प्रोजेक्टों पर बातचीत हुई। प्रदेश में 2123 मेगावाट क्षमता की 21 जलविद्युत परियोजनाओं को मंजूरी मिली, तो कुल 45 जल विद्युत परियोजनाएं चिन्हित की गई हैं, जिन पर विभागीय मंजूरी के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। मनोहर लाल ने बीते दिनों हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से नई दिल्ली में बिजली परियोजनाओं को लेकर चर्चा कर नई परियोजनाएं शुरू करने पर भी सहमति दी।

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कोलकाता की दामोदर घाटी निगम की भी बढ़ेगी क्षमता

केंद्रीय उर्जा मंत्री ने कोलकाता में दामोदर घाटी निगम की व्यापक समीक्षा करके बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए चल रही परियोजनाओं पर तेजी से काम के निर्देश दिए हैं, क्योंकि दामोदर घाटी निगम हमेशा से ही बेहतर और टिकाउ बिजली बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए नए मानक तय करने में सबसे आगे रहा है।

24 घंटे बिजली सप्लाई

हरियाणा में बतौर सीएम मनोहर लाल ने साढ़े 9 साल के कार्यकाल के दौरान बिजली कंपनियों को मुनाफे में लाने के साथ ही 24 घंटे बिजली सप्लाई पावर का मनोहर मॉडल पेश किया। इसी बूते हरियाणा के शहरी क्षेत्रों से लेकर लगभग 6000 गांवों में 24 घंटे बिजली सप्लाई हो रही है। लाइनलॉस 37 फीसदी से घटकर 13 फीसदी पर आ गया है। साथ ही हरियाणा की चारों बिजली कंपनियां न केवल मुनाफे में आई, इसके साथ ही हरियाणा में साढ़े 9 साल के कार्यकाल में गर्मिंयों के पीक सीजन में कभी भी बिजली पर हाहाकार नहीं मचा। कृषि क्षेत्र में भी किसानों को 8 से 10 घंटे सुचारू बिजली सप्लाई की गई।