पिछले कुछ हफ़्तों से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तेंदुआ पुलिस और वन विभाग के लिए सिरदर्द बना हुआ है। साथ ही अजनारा ली गार्डन में रहने वालों के लिए भी जहां ये तेंदुआ कई बार देखा गया है। वहीं इस बीच गाजियाबाद के भोजपुर थाना इलाके में साढ़े चार साल का एक नर तेंदुआ दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मृत पाया गया।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जानवर का चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था, जिससे यह पता चलता है कि किसी वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मारी होगी। जहां पर इस तेंदुए की डेड बॉडी मिली है वो मेरठ गाज़ियाबाद का बॉर्डर है ऐसे में सवाल यही उठता है कि क्या ये वही तेंदुआ है जो मेरठ में दिख रहा था. या फिर ये नोएडा एक्सटेंशन का वही तेंदुआ जो पिछले कुछ दिनों से दिखाई नहीं दे रहा था।
गौरतलब है कि मेरठ में वन विभाग की टीम का ऑपरेशन तेंदुआ लगातार कई दिनों से जारी था. वन विभाग की टीम तेंदुए के पंजे के निशान के सहारे उसे पकड़ने की जद्दोजहद कर रही थी. रात में भी वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग और कॉम्बिंग कर रही थी. हापुड़ डिविज़न की टीम भी काली नदी के आसपास तेंदुए की तलाश में जुटी थी.
दरअसल, मोदीनगर के पास दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इसलिए वाहन के बारे में पता लगा पाना मुश्किल हो रहा है। डीसीपी ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि गाड़ी का चालक तेंदुए को देखकर घबरा गया होगा और तेजी से भागने की कोशिश करने लगा होगा। इस प्रक्रिया में जानवर गाड़ी की चपेट में आ गया। उन्होंने कहा कि हम आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं।