नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
हर साल हजारों स्टूडेंट्स अपने सपने को पूरा करन के लिए कोटा (Rajasthan, Kota) जाते हैं, लेकिन हजारों की भीड़ में कुछ ही सफल हो पाते हैं। और जो सफल नहीं हो पाते हैं उनसे कुछ सुसाइड जैसा कदम उठा लेते हैं। ऐसा ही कुछ मामला कोटा के उघोग नगर का जहां 4 साल से जॉब न होने के कारण डिप्रेशन में आकर सुसाइड कर लिया।
ये भी पढ़ें: KOTA जंक्शन..बच्चों के बनते-बिगड़ते सपनों का सच!
मृतक की पहचान राकेश नायक के रूप में की गई है। राकेश के पिता कमलेश ने बताया कि 4 साल पहले राकेश ने झालावाड़ के सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थी। पढ़ाई के बाद से ही राकेश की नौकरी नहीं लग रही थी। मृतक के पिता ने आगे बताया कि जॉब नहीं मिलने से वह काफी परेशान था। कुछ जगह जॉब मिली भी लेकिन वह चार से पांच दिन में ही छूट गई।
बुधवार को सुबह 11 बजे प्राइवेट स्कूल में जॉब करने की कहकर निकला था। वहां सिलेक्शन नहीं हुआ तो मेरे पास फैक्ट्री में आया और कहा कि दूसरी जगह कोशिश करता हूं। इसके बाद घर गया और दोबारा 1 बजे वह घर से निकला। इसके कई देर बाद वह नहीं लौटा।
4 साल पहले किया था इंजीनियरिंग, घर से इंटरव्यू देने की बात बोलकर निकला
उद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार के मुताबिक देर शाम तक जब वो वापस नहीं पहुंचा तो परिजन टेंशन में आ गए। इसके बाद किसी ने बताया कि नहर में किसी की लाश तैर रही है, इसपर रेस्क्यू टीम को बुलाया.. वो डेड बॉडी राकेश की थी..
4 लाख रुपए का लिया था लोन नहीं चुका पा रहा था किश्त
पिता ने बताया कि पुत्र ने पढ़ाई के लिए चार लाख रुपए का लोन ले रखा था और उसकी किस्त भी जमा नहीं कर पा रहा था। इसको लेकर के उसे चिंता सताए जा रही थी। थाना अधिकारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है, अभी तक उनकी ओर से कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है।