नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) के बेहद करीब एक और नया शहर डेवलप होने जा रहा है। जहां लाखों लोग आसानी से रह सकेंगे। नाम होगा ग्रेटर नोएडा फेज-2(Greater Noida Phase2)
ग्रेटर नोएडा के फेज 2 के मास्टर प्लान में अब प्राधिकरण बोर्ड ने सशर्त अपनी मुहर लगा दी है, लेकिन इसमें कुछ बदलाव भी किए जाने बाकी हैं। फेज 2 तकरीबन 40 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसमें मुख्य गतिविधि औद्योगिक होगी, फिर हरित क्षेत्र का भी ध्यान रखा जाएगा।
फेज 2 के ग्रेटर नोएडा में अब हापुड़ और बुलंदशहर सीमा तक पहुंच जाएगा और यहां 40 लाख की आबादी आसानी से रह सकेगी। इतनी आबादी को देखते हुए यहां पर एक से बढ़कर एक सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। इसको ध्यान में रखते हुए जमीन को आरक्षित किया जाएगा। फिलहाल मास्टर प्लान को लेकर आम लोगों से उनके सुझाव लिए जा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक बीते शनिवार को हुई थी। इसमें प्राधिकरण का फेज 2 का मास्टर प्लान रखा गया, बोर्ड बैठक में नियोजन विभाग के अधिकारी ने ग्रेटर नोएडा फेज 2 के मास्टर प्लान का प्रेजेंटेशन दिया। उच्च अधिकारी ने इसमें अपने सुझाव दिए और उन सारे सुझावों पर अमल करने को भी कहा। इसके बाद प्राधिकरण बोर्ड ने मास्टर प्लान 2041 के सशर्त को मंजूरी भी दे दी। ग्रेटर नोएडा का पहला फेज 31,733 हेक्टेयर का होगा। ये दोनों चरणों के विकसित होने के बाद ग्रेटर नोएडा तकरीबन 71 हजार हेक्टेयर का हो जाएगा।
ग्रेटर नोएडा फेज 2 में उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी
तकरीबन 25 प्रतिशत क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां होंगी। इसके अलावा ग्रामीण, आवासीय, आबादी, मिक्सड लैंड यूज, ग्रीनरी और ट्रांसपोर्ट एरिया प्रस्तावित किया जाएगा।
आम लोगों से भी लिए जा सकते हैं सुझाव
मास्टर प्लान के प्रस्तुतिकरण के बाद सदस्यों ने एक साथ कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं। आवासीय, संस्थागत सहित कई तरीके के भू उपयोग पर आखिरी फैसला अभी नहीं लिया गया है। इसपर फैसला लेने से पहले सारे साझेदारों से चर्चा की जाएगी। वहीं,बताया जा रहा है कि इसको लेकर आम नागरिकों से भी जन सुखाव लिए जायेंगे। तब जाकर कहीं आखिरी रूप दिया जाएगा।
मास्टर प्लान के पास होने से काम में आएगी तेजी
ग्रेटर नोएडा के फेज 2 मास्टर प्लान की योजना 2007 में बनी थी, इसलिए लम्बे समय से इस दिशा में कोई काम नहीं किया गया है। इसी के चलते फेज 2 में अवैध निर्माण काफी ज्यादा हो गया है। वेयरहाउस, गोदाम, दुकान, स्कूल आदि चीजें बन गई हैं। वहीं, तेजी से मास्टर प्लान पास होने की दिशा में काम किया जा रहा है।
हापुड़ से लेकर के बुलंदशहर सीमा तक है पहुंच
फेज 2 में जितने भी गांव ज्यादातर आते हैं वो गौतमबुद्ध नगर के हैं। फेज 2 हापुड़ और बुलंदशहर सीमा तक पहुंच जाएगा, फेज 2 मास्टर प्लान लागू होने से गांवों का भी विकास होगा। बोर्ड का कहना है कि जो सारी कमी फेज 1 में रह गई हैं या पूरी नहीं हो सकी हैं उन्हें अब ठीक किया जाएगा और जल्द से जल्द इसमें संशोधन किया जाएगा।