Greater Noida की सोसाइटियों में रहने वाले यह खबर जरूर पढ़ें
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा की सभी सोसायटी के लिए बड़ी और जरूरी खबर है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों (Group Housing Societies) में पानी की बर्बादी रोकने के लिए अल्ट्रासोनिक वाटर मीटर (Ultrasonic Water Meter) लगाने का फैसला किया है। जल विभाग ने इस योजना पर काम भी शुरू कर दिया है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर- 1 स्थित वेलेंसिया होम्स (Valencia Homes) और सेक्टर 10 स्थित अरिहंत सोसाइटी (Arihant Society) में वाटर मीटर लगा दिया गया है। इसका एक महीने तक ट्रायल होगा। ट्रायल में पास होने के बाद इस बाकी सोसाइटियों में भी लगाने का काम किया जाएगा।
ये भी पढ़ेंः Noida Expressway: नोएडा एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले ये ख़बर जरूर पढ़ें
300 से ज्यादा हैं ग्रेटर नोएडा में सोसाइटियां
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) जिले का जलस्तर बहुत तेजी से गिरता चला जा रहा है। गिरते भूजल स्तर को कंट्रोल करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार कोशिश कर रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सिंचाई के लिए एसटीपी के पानी का प्रयोग कर रहा है। गंगाजल से पेयजल की सप्लाई की जा रही है। वहीं इन सब प्रयासों के साथ साथ मीटर लगाकर पानी की बर्बादी रोकने के लिए फैसला लिया गया है।
ये भी पढे़ंः Gaur City में रहने वाले युवक को भगवान ने बचा लिया..नहीं तो..!
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने जल विभाग को निर्देश दिया है कि पानी की बर्बादी न हो इसके लिए सभी बल्क वाटर यूजर्स (ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी) के यहां पानी के मीटर लगाए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा में 300 से ज्यादा सोसाइटियां हैं। फिलहाल वेलेंसिया होम्स और अरिहंत सोसाइटी में यह अल्ट्रासोनिक वाटर मीटर लगा है। एक महीने के ट्रायल के बाद इसे ग्रेटर नोएडा की अन्य सोसायटियों में लगाने का निर्णय लिया जाएगा।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
पानी की बर्बादी नहीं होगी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी के अनुसार ये मीटर बैटरी से चलेंगे। इसमें सिम कार्ड सेंसर लगाया गया है, जिससे रियल टाइम डाटा प्राधिकरण को मिलता रहे। इससे रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी। इसे डीआरडीओ और आईआईटी चेन्नई ने मिलकर बनाया है। धारा नाम की कंपनी इसे लगाने का काम कर रही है। इससे पानी के खर्च के हिसाब से बिल भी मिल सकेगा। इससे लोग पानी जरूरत के हिसाब से पानी का इस्तेमाल करेंगे। पानी की बर्बादी नहीं होगी। अभी एरिया के हिसाब से पानी का बिल जमा होता है। इससे पहले भी वाटर मीटर लगाने की योजना बनी, लेकिन मीटर को बिजली कहां से मिलेगी, यह परेशानी सामने आ रही थी। वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडावासियों से पानी की बचत करने की अपील की है।