पटियाला, 11 मार्च: पंजाब में निवेश का माहौल अच्छा हो..निवेशक बिना संकोच के निवेश करें..पंजाब की मान सरकार ने निवेशकों की ये परेशानी दूर कर दी है। तभी तो निवेशकों और उद्योग के लिए सुखद माहौल पैदा करने के लिए कारोबारी और उद्योगपति पंजाब सरकार की सराहना करते नहीं थक रही है। पटियाला के उद्योगपतियों ने आज कहा कि ‘‘सरकार-व्यापार मिलनी’’ की पहल उनके लिए वरदान साबित हो रही है, जो सरकार के साथ सीधा संपर्क कायम करने की सुविधा प्रदान करती है और पंजाब को प्राथमिक स्थान के रूप में प्रोत्साहित करती है।
पंजाब सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए हिंदुस्तान यूनीलीवर से देबनाथ गुहा ने कहा कि हम इस प्रोग्राम का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि टमाटरों की पेस्ट के सम्बन्ध में पंजाब सरकार द्वारा सभी हितधारकों के साथ उच्च स्तरीय मीटिंग की गई है। उन्होंने कहा कि उनको खुशी होगी यदि वह बढिय़ा क्वालिटी का टमाटर पंजाब से खऱीदेंगे।
जि़क्रयोग्य है कि इनकी किसान कैचअप फैक्ट्री नाभा में है। एक साल में इस फैक्ट्री को 10 हज़ार टन टमाटर चाहिए, जिसमें से 9.5 हज़ार टन नासिक महाराष्ट्र से आ रहा है।
इसी तरह त्रिपड़ी मार्केट पटियाला से चन्दरदीप नासरा ने कहा कि अब पंजाब सरकार के प्रयास रूवरूप घर बैठे ही ऑनलाइन प्रणाली के द्वारा अलग-अलग सरकारी सुविधाएं मिलने लगी हैं, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पहले हर काम के लिए लम्बी लाईनों में लगना पड़ता था।
आढ़ती एसोसिएशन अनाज मंडी पटियाला से सतिन्दर सैनी ने कहा कि पिछली सरकारों में मुख्यमंत्री को मिलने की बहुत कोशिश की, परन्तु मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को भी मिलना कठिन था, परन्तु इस सरकार में मुख्यमंत्री हमारे बीच आकर बैठे हैं।
उन्होंने अनाज मंडियों में फ़सल के खरीद प्रबंधों में आए बड़े सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि खरीद में बहुत ज़्यादा सुधार आया है और लिफ्टिंग की भी समस्या नहीं रही। उन्होंने कहा कि समय पर किसानों के खातों में पैसे आ रहे हैं, आढ़ती मज़दूरी मिल रही है और बारदाने की कमी दूर हुई है।
दूसरी ओर भट्टा एसोसिएशन से सिकन्द भाई जिन्दल ने कहा कि मान सरकार ने जो कहा वह करके दिखाया। उन्होंने कहा कि भगवंत सिंह मान जी ने यह कहा था कि हमारी सरकार पंचायतों से चलेगी। उन्होंने कहा कि अब लोगों को सरकारी काम करवाने के लिए सरकार के द्वार नहीं जाना पड़ रहा, बल्कि सरकार लोगों के द्वार आ रही है जो कि सराहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि ईंटें बनाने के लिए पहले दो एकड़ ज़मीन तक खुदवाई की मंजूरी थी परन्तु इस सरकार ने हद बढ़ाकर पाँच एकड़ की है, जिससे भट्टा उद्योग बड़ी मुश्किल में से निकल जायेगा। उन्होंने माँग की कि 12 प्रतिशत जी.एस.टी. को घटाया जाये।
होटल एसोसिएशन से गुरदीप सिंह वालिया ने कहा कि पटियाला सरहिन्द रोड पर बसते गाँव लुधियाना, जालंधर अमृतसर और फ़तेहगढ़ साहिब, चुन्नी और लांडरां के साथ जुड़ते हैं, जिस कारण भारी ट्रैफिक़ फोकल प्वाइंट में से गुजऱता है और सडक़ हादसे घटते हैं। उन्होंने इसका उपयुक्त हल करने की माँग की।
इस दौरान पटियाला इंडस्टरियल एस्टेट वैलफेयर सोसायटी से अश्वनी गर्ग ने कहा कि इस सरकार में माँगों के हल के लिए मौके पर ही फ़ैसले हो रहे हैं। उन्होंने बिजली सप्लाई के लिए ग्रिड बनाने की माँग की।
पटियाला चेंबर ऑफ इंडस्ट्री से हरमिन्दर सिंह खुराना ने कहा कि फोकल प्वाइंट में चार पार्कों में मुकम्मल हो चुके हैं। फोकल प्वाइंट 1990 में बना था। यहाँ कुछ फ़ैक्टरियाँ 24 घंटे चलती हैं। असुखद घटनाएँ रोकने के लिए स्ट्रीट लाईट लगाई जाएँ। उन्होंने कहा कि फोकल प्वाइंट की एंट्री पर काफ़ी ट्रैफिक़ रहता है, इसको नये सिरे से बनाए जाने की ज़रूरत है।