जब से सुपरटेक दिवालिया हुआ है..इकोकिविलेज-1, इकोविलेज-2 और इकोविलेज-3 के फ्लैट खरीदारों की बेचैनी बढ़ गई है। इसमें वो लोग हैं जिन्हें फ्लैट तो मिल गया है लेकिन रजिस्ट्री नहीं हुई है। दूसरे वो जिन्हें अभी तक पजेशन नहीं मिला है। इकोविलेज की इन्हीं समस्याओं को लेकर जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में नेफ़ोवा से जुड़े घर ख़रीदारों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की। ये वार्ता 45 मिनट तक चली, जिस दौरान पूरे जनपद के घर ख़रीदारों के मुद्दे को रखा गया।
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री के समक्ष घर ख़रीदारों की बात रखी और सरकार की तरफ़ से उठाए जा रहे कदमों को भी बताया। नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने मुख्यमंत्री से अपील की कि लाखों घरों की रजिस्ट्री सालों से रुकी हुई है। बिल्डर और अथॉरिटी की गलतियों का ख़मियाज़ा घर ख़रीदारों को उठाना पड़ रहा है। वहीं उन्होंने जिन लाखों घर ख़रीदारों को घर नहीं मिला है उन्हें घर दिलवाने के लिए अथॉरिटी को निर्देश देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने घर ख़रीदारों की समस्याओं को धैर्य से सुना और भरोसा दिया कि समस्याओं को हल किया जाएगा। उन्होंने तमाम पहलुओं पर ध्यान देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता घर ख़रीदारों के अधिकारों को दिलाना है, उसके बाद अथॉरिटी और बिल्डर हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद परेशान लोगों को घर दिलाने पर उन्होंने ज़ोर दिया, जिस वजह से लाखों लोगों को घर मिला है।
घर ख़रीदारों के प्रतिनिधिमंडल में नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार, उपाध्यक्ष रंजना सूरी भारद्वाज, शुभ्रा सिंह, ज्योति जायसवाल, राजकुमार सिंह,शिप्रा गुप्ता और मिहिर गौतम शामिल थे।