Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो से जुड़ी बड़ी और अच्छी खबर सामने आ रही है। दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) में सफर अब और भी सेफ होने जा रहा है। आपको बता दें कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए डीएमआरसी ने बड़ा फैसला लिया है। अब दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के दरवाजों में साड़ी-रूमाल या किसी पतली चीज फंसने से किसी भी प्रकार के कोई हादसे नहीं होंगे। अगर दरवाजों में किसी तरह के कपड़े फंसते हैं तो मेट्रो के गेट (Gate) बंद नहीं होंगे। जब तक दरवाजे बंद नहीं होंगे मेट्रो चलती नहीं है।
ये भी पढ़ेंः Noida-ग्रेटर नोएडा समेत UP में फ्लैट के दाम 25% तक कम होंगे
बता दें कि दिल्ली मेट्रो में सुरक्षा के लिहाज से डीएमआरसी ने एंटी ड्रैग सिस्टम (Anti drag system) लगाने का निर्णय लिया है। एंटी ड्रैग सिस्टम लगने से अगर मेट्रो के दरवाजों में साड़ी या कोई भी पतली चीज (जिसकी मोटाई 0.5 मीमी तक हो) फंसेगी तो मेट्रो का बंद नहीं होगा और न ही मेट्रो आगे बढ़ेगी। डीएमआरसी ने जो प्लान तैयार किया है, उसके हिसाब से दिल्ली मेट्रो में दो तरह के एंटी ड्रैग सिस्टम लगेंगे।
पहला स्टेटिक एंटी ड्रैग सिस्टम
इस सिस्टम के लगने से मेट्रो के दरवाजे में .05 मीलीमीटर तक पतली की भी कोई चीज पकड़ में आ सकेगी। अगर इस मोटाई की चीज मेट्रो के गेट में फंसती है तो फिर दरवाजे पर लगी लाइट जलने लगेगी और गेट बंद ही नहीं होंगे। इसका रिजल्ट यह होगा कि मेट्रो ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी। इससे किसी भी प्रकार का हादसा नहीं होगा।
ये भी पढ़ेंः दिल्ली जाते ही धड़धड़ कट रहे चालान..पढ़िए ज़रूरी खबर
दूसरा डायनेमिक एंटी ग्रैग सिस्टम
स्टेटिक एंटी ड्रैग सिस्टम (Static Anti Drag System) जहां 0.5 मिमी तक पतली चीजों के फंसने से एक्टिव हो जाएगा वहीं डायनेमिक एंटी ग्रैग सिस्टम 0.8 मिमी की पतली चीजें फंसने पर एक्टिव होगा। साड़ी, बैग, रूमाल या कोई और चीज फंसने पर यह सिस्टम काम करने लगेगा और दरवाजा बंद नहीं होगा। इससे इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी। ऐसे में ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी।
जानिए अभी कैसा है सिस्टम
बात करें वर्तमान समय में जो सिस्टम है, उसमें 15 मिमी तक पतली किसी चीज के फंसने पर दरवाजे बंद नहीं होते हैं। लेकिन इन दोनों तकनीकों के आने के बाद से पतली से पतली चीज फंसने पर भी दरवाजे बंद नहीं होंगे और मेट्रो आगे नहीं बढ़ेगी। इससे मेट्रो में होने वाले हादसों में काफी कमी आएगी। आपको बता दें कि पिछले साल दिसंबर में दिल्ली के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के दरवाजे में साड़ी फंसने से एक महिला की जान चली गई थी। इसके बाद ही दिल्ली मेट्रो ने इस सिस्टम को लगाने का फैसला किया।
क्या है डीएमआरसी का नया प्लान
दिल्ली मेट्रो इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की तैयारी में है। सबसे पहले रेड और ब्लू लाइन पर इन सिस्टम को लगाया जाएगा। पहले पांच मेट्रो ट्रेनों के 40 कोचों के गेट पर इस सिस्टम को लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में डीएमआरसी को लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। रेड लाइन की 3 और ब्लू लाइन की 2 मेट्रो ट्रेनों में इस एंटी ड्रैग सिस्टम को लगाया जाएगा। माना जा रहा है कि अगले 15 महीने में यह काम पूरा हो जाएगा।