नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
Delhi News: बिजली-पानी के दम पर सत्ता में काबिज दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्लीवालों को जोर का झटका देने की तैयारी में है। खबर आ रही है दिल्ली शहर से जहां अब बिजली महंगी हो सकती है। दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने पावर परचेज एग्रीमेंट कॉस्ट ( पीपीएसी) के जरिए से दिल्ली में बिजली शुल्क बढ़ाने को लेकर के मंजूरी दे दी है। जिसके बाद तो अब बीएसईएस क्षेत्रों में बिजली की खपत तकरीबन 10 प्रतिसत तक महंगी हो जाएगी। लेकिन अभी दिल्ली सरकार इसको लेकर अपना आखिरी निर्णय लेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मानें तो, दिल्ली विद्युत नियामक आयोग ( डीईआरसी) ने पावर डिस्कॉम, बीवाईपीएल ( बीएसईएस यमुना) और बीआरपीएल ( बीएसईएस राजधानी की याचिकाएं स्वीकार कर ली है। अब बिजली की दरों में बढ़ोतरी की तैयारी है। जिसका सीधा असर पुरानी दिल्ली, पक्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, दिल्ली के ट्रांस यमुना क्षेत्र और न्यू दिल्ली में रहने वाले लोगों को देखने को मिल जाएगा। इसके बावजूद एनडीएमसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी इसका साफ और सीधा असर देखने को मिलेगा।
बिजलीकर्मियों के अनुसार माना जाए तो ये एक सामान्य सी प्रक्रिया है, उनका ये कहना है कि हर वर्ष बिजली आपूर्ति कंपनी बिजली खरीद समझौते में बिजली के प्राइस को बढ़ाने का प्रस्ताव को लेकर डीईआरसी के पास जाती है और समझौता लेती है। हर बार की तरह इस बार भी मंजूरी देगी इसके बाद जनता के सुझाव के अनुसार ही फैसला आगे लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार दिल्ली बिजली आयोग ने बीएसईएस की अर्जी को मंजूरी देते हुए पावर परचेज एग्रीमेंट के आधार पर रेट के बढ़ाने की इजाजत पर मंजूरी दी है। बिजली के दाम बढ़ जाने का सीधा असर जनता के ऊपर पड़ेगा, लेकिन इसका फैसला अभी दिल्ली सरकार को करना होगा कि उनका क्या निर्णय है। बताते चलें कि वहीं, डीईआरसी द्वारा बिजली के दाम में बढ़ोतरी पर दिल्ली की सरकार ने बयान देते हुए ये कहा की बिजली की बढ़ी हुई कीमतों का असर दिल्ली की जनता पर बिल्कुल नहीं पड़ेगा। पावर परचेज एग्रीमेंट के चलते बिजली के दाम घटते और बढ़ते रहते हैं।