नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लिए ख़तरे की घंटी। क्योंकि एक बार फिर से कोरोना मुंह उठाने लगा है। कोरोना के 24 घंटे में 19 नए संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। इससे एक साल पहले एक दिन में इतने मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना 500 संदिग्धों की जांच का दावा किया है। विभाग दो दिन से ही कोरोना की रिपोर्ट जारी कर रहा है। इससे पहले की जांच संबंधी आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। पिछले दस दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। 26 और 27 मार्च को मरीजों की संख्या कम रही थी। सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 57 हो गई।
दो सप्ताह में सक्रिय मरीज तीन गुना बढ़ गए हैं। इन मरीजों में आठ मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, जबकि 49 होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि मरीजों के कांट्रैक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके। बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में जगह जगह पोस्टर लगाए गए हैं कि मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन इस नियम का सरे आम उल्लंघन होता दिखाई दे रहा है।
कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बनाया गया वार्ड
स्वास्थ्य विभाग ने सेक्टर-39 स्थित नए जिला अस्पताल के साथ ही भंगेल स्थित सीएचसी में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया है। इसी के साथ, कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए अस्पतालों को जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके संबंध में सभी अस्पतालों को निर्देश भेज दिए गए हैं।