गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान का राजनीतिक इस्तेमाल कर 20 करोड़ का सरकारी प्लॉट कब्जा करने की योजना का पर्दाफाश हुआ। और आरोप पूर्वी दिल्ली की कोंडली वार्ड 193 की बीजेपी पार्षद मुनेश एवम उनके भाई वीरेंद्र डेढा पर लगा है।
आरोपों के मुताबिक जिस प्लॉट पर DDA ने पहले से सरकारी अनघिकृत ( Unauthorised ) नोटिस दिया हुआ था, उस पर जबरन कब्जा करने की योजना में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का आनन फनान में शिलायनास कर मात्र 6×6 फुट में मूर्ति रखकर बाकी प्लॉट का जबरन कब्जा बचाया जा सके और इसको जातिगत रंग देकर खुद की महादबंग वाली छवि और लैंड माफिया गिरी को बढ़ावा दिया जा सके, अपने पार्टी के सीनियर लीडर को भी इस महापाप में पार्टनर कर उपर से दवाब डाल कर सरकारी प्लॉट पर कब्जा करने की बनाई योजना ।
पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एनक्लेव में DDA चिल्ला खेल परिसर ( Chillla Sports Complex ) के सामने वाला DDA का टैक्सी स्टैंड ( 8 × 8 फुट ) लेकर उसके आस पास की करीब 80×80 फुट खाली जमीन पर निगम पार्षद मुनेश और उसके वीरेंद्र डेढा ने MCD अधिकारियों से सांठ गाठ कर पहले उसकी 6 -7 फुट ऊंची बाउंड्री कराई ओर कब्जा लेकर उसमे बाहर से दिखावे के लिए लकड़ी की हरी रंग की फत्तिया लगवा दी ताकि आम लोगो को प्लॉट और टैक्सी स्टैंड का पता न चल सके ।
जब DDA के अधिकारियों को इसका ज्ञान हुआ तो उन्होंने नोटिस इश्यू किया , मगर निगम पार्षद ने सांसद और केंद्र के मंत्री द्वारा फोन करवा कर मामला शांत किया ।
मगर DDA ने नोटिस वापिस नहीं लिया और बाउंड्री को तोड़ कर प्लॉट खाली करने को कहा तो पार्षद ने आनन फानन में जातिगत कार्ड खेल कर राजनीति शुरू कर दी है, गुर्जर सम्राट की प्रतिमा का शिलान्यास करने की योजना मात्र 2 दिन में ही बना डाली ताकि अगर DDA एक्शन ले तो गुर्जर समाज एकत्रित होकर आगजनी और तोड़फोड़ कर DDA के बुल्डोजर को वहां से भगा दे। ओर फिर ये लोग इस जमीन का इस्तेमाल अपने निजी कार्य के लिए आराम से कर सके।