निवेशकों का पैसे जाए भाड़ में लेकिन हम तो दिवालिया हो गए। देश के जाने माने जेपी ग्रुप की कंपनी जयप्रकाश एसोसिएटस द्वारा बैंकों से लिया गया पांच हजार करोड़ रुपये कैसे डुबा दिया गया, इसकी एक झलक जयप्रकाश एसोसिएसटस की एक्सचेंज फाइलिंग से मिलती है।
जेपी ग्रुप की फ्लैगशीप कंपनी जयप्रकाश एसोसिएटस ने 4,059 करोड़ रुपये के लोन का डिफॉल्ट किया है। कर्ज की इस रकम में मूल और ब्याज की रकम शामिल है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 31 दिसंबर 2022 तक उसे 1,713 करोड़ रुपये के लोन और इस पर 2,346 करोड़ रुपये का ब्याज चुकाना था. कंपनी इस रकम को तय तारीख तक नहीं चुका सकी है।
पिछले महीने ही Jaiprakash Associates ने ऐलान किया था कि Dalmia Bharat को एसेट बिक्री की कुल एंटरप्राइज वैल्यू 5,666 करोड़ रुपये है। कंपनी कर्ज घटाने के लिए सीमेंट सेक्टर के कारोबार से निकल रही है। कंपनी ने इसके पहले भी कर्ज घटाने के लिए कई उपाय किए हैं। साल 2014 से 2017 के बीच कंपनी ने Aditya Birla Group और UltraTech Cement को करीब सालाना 2 करोड़ टन क्षमता की सीमेंट यूनिट को बेचा था। साल 2015 में कंपनी ने Dalmia Group को 2 करोड़ क्षमता वाले सीमेंट यूनिट में बड़ी हिस्सेदारी बेची थी।
जयप्रकाश एसोसिएटस के एग्जीक्युटिव चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा है कंपनी कर्ज कम करने और बकाया चुकाने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कर्जदारों को कर्ज चुकाने के लिए कंपनी ने सीमेंट कारोबार की पूरी तरह से विनिवेश का फैसला लिया है। कंपनी ने सालाना 94 लाख क्षमता वाले सीमेंट यूनिट को डालमिया सीमेंट (भारत) को बेच रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जयप्रकाश एसोसिएटस इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में सबसे भरोसेमंद कंपनी के तौर पर अपनी पहचान को और मजबूत करेगी।(सौ. चेतना मंच)