Punjab News: पंजाब लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जीत दिलाने के लिए सीएम भगवंत सिंह मान की पत्नी और बहन भी चुनावी प्रचार अभियान में लग गई हैं। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान संगरूर सीट (Sangrur seat) पर बड़े अंतरों से चुनाव जीतना चाहते हैं। उनका साथ देने के लिए संगरूर में सीएम मान की पत्नी डॉ गुरप्रीत कौर (Dr Gurpreet Kaur) ने प्रचार की कमान संभाल ली है। मुख्यमंत्री मान की बहन मनप्रीत कौर (Manpreet Kaur) भी यहां चुनाव प्रचार में लग गई हैं। इस सीट पर AAP ने अपने कैबिनेट मंत्री गुरमीत मीत हेयर को टिकट दिया है।
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गुरप्रीत ने शादी के तुरंत बाद ही धुरी की देखभाल की जिम्मेदारी ली थी, क्योंकि सीएम मान ड्यूटी की वजह से काफी व्यस्त रहते थे। धुरी भगवंत मान का निर्वाचन क्षेत्र है जो संगरूर लोकसभा सीट का ही हिस्सा है।
स्थानीय नेताओं की मानें तो गुरप्रीत प्रेग्नेंसी के आठवें महीने तक इस सीट पर बराबर आती रहीं। मार्च में अपनी बेटी नियामत को जन्म देने के तुरंत बाद वह संगरूर से आप उम्मीदवार गुरमीत सिंह मीत हेयर के प्रचार अभियान में शामिल हो गयी थीं।
सीएम भगवंत मान की बहन और पत्नी धुरी में शुरू की प्रचार
पंजाब लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार के लिए भगवंत मान की बहन और पत्नी धुरी पहुंचे थे। इस दौरान मंच से एक पार्टी कार्यकर्ता ने डॉ गुरप्रीत कौर का स्वागत करते हुए धुरी के प्रति उनके समर्पण की बात भी की। मंच से कार्यकर्ता ने कहा कि यह अपने छोटे बच्चे, दिल के टुकड़े को घर पर छोड़कर यहां आई हैं, इससे ज्यादा सबूत की क्या जरूरत है।
केमिस्ट मुकसान खान ने एक मीडिया एजेंसी से कहा कि सीएम सर या गुरप्रीत मैडम, इसका मतलब एक ही है। अगर हम उनसे बात कर सकते हैं तो इसका मतलब है कि संदेश सीएम तक पहुंच गया है।
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जनता के बीच रहते हैं सीएम मान
गुरप्रीत ने धाराप्रवाह पंजाबी में सभा शुरू की। वह लोगों को बताती हैं कि कैसे उनके पति, जिन्हें वह मान साहब कह कर बुलाती हैं हमेशा जनता के बीच रहते हैं। हरियाणा के पिहोवा की रहने वाली गुरप्रीत कहती हैं कि हमारी शादी को दो साल हो गए हैं, वह मुश्किल से घर पर रहते हैं।
मान सरकार ने किए वादे पूरे
सभा को संबोधित करते हुए गुरप्रीत ने कहा कि सीएम मान सरकार ने 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए लगभग सभी वादे पूरे किए हैं। क्या आपका बिजली बिल शून्य नहीं हुआ, क्या आपको मोहल्ला क्लीनिक नहीं मिले?
मान सरकार द्वारा राज्य की प्रत्येक महिला को 1000 रुपये के मासिक भत्ते के अपने वादे को कब पूरा करेगी, इस सवाल के जवाब में गुरप्रीत महिलाओं से कहती हैं कि उन्हें तब तक चिंता नहीं करनी चाहिए जब तक कि वह, उनकी संदेशवाहक आसपास हों।
गुरप्रीत कहती हैं कि मैं अपनी बहनों की शिकायत जानती हूं कि उन्हें उनके 1000 रुपये नहीं मिले हैं लेकिन चिंता मत करो, हम यहां आपकी मांग बताने के लिए हैं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए गुरप्रीत कहती हैं कि मतदाताओं को उन पार्टियों के झांसे में नहीं आना चाहिए जो पंजाब की दिवाली, ईद और लोहड़ी को बांटने की कोशिश कर रही हैं। वह कहती हैं कि ऐसी विभाजनकारी राजनीति मान साहब के सिद्धांतों में नहीं है।
गुरप्रीत के साथ भगवंत मान की बहन मनप्रीत भी ज्यादातर रहती हैं। गुरप्रीत अपनी ननद को साथ लाने का श्रेय अपने अच्छे संबंधों को दीं। गुरप्रीत अपनी भूमिका को लोगों और मान के बीच एक पुल के रूप में देखती हैं। वह कहती हैं,
मुझे उन्हें ज़मीनी स्तर से ईमानदार प्रतिक्रिया बतानी होगी। पति-पत्नी का रिश्ता ऐसा होता है कि एक-दूसरे के साथ के बिना कुछ संभव नहीं है। लेकिन, वह अपनी मेडिकल प्रैक्टिस फिर से शुरू करने के बारे में नहीं सोचती। वह कहती हैं कि लोगों की सेवा करना पूरी तरह से संतुष्टिदायक है।
राजनीति में नहीं आना चाहतीं हैं गुरप्रीत
राजनीतिक में आने के सवाल पर गुरप्रीत ने कहा कि मान साहब की तरह मैंने खुद को लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है। मेरा एकमात्र फोकस उन लोगों की सेवा करना है जिन्होंने उन्हें चुना है।
संगरूर से 2 चुनाव जीत चुके हैं भगवंत मान
आपको बता दें कि सीएम भगवंत मान ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में संगरूर से शानदार जीत दर्ज की थी, उन्हें क्रमशः 48% और 37% वोट मिले थे। आप उम्मीदवार गुरमीत मीत हेयर को फायरब्रांड कांग्रेस नेता और मान के कट्टर विरोधी सुखपाल सिंह खैरा से कठिन चुनौती मिलने की उम्मीद है।
बीजेपी ने संगरूर से अरविंद खन्ना को टिकट दिया है। संगरूर से शिअद (ए) प्रमुख और मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान भी चुनावी मैदान में हैं। सीएम भगवंत मान द्वारा 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट खाली करने के बाद हुए उपचुनाव में सिमरनजीत सिंह ने जीत हासिल की थी।