Chandigarh PGI में इलाज करवाने आने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है।
Chandigarh: PGI में इलाज करवाने आने वाले मरीजों (Patients) के लिए राहत भरी खबर है। बता दें कि, PGI में OPD सुबह 9 बजे शुरू होती है, लेकिन कार्ड बनवाने की जद्दोजहद में लोग सुबह 6 बजे से ही लाइनों में लग जाते हैं। इन लाइनों से बचने के लिए एडवांस आई सेंटर (Advanced Eye Centre) में एक नई पहल की गई है। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः SGPC की CM Maan से अपील.. श्री करतारपुर साहिब दर्शन के लिए सरकारी कर्मचारियों को छूट देने की मांग
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
अब यहां, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर से आने वाले मरीजों को चैकअप में पहले प्राथमिकता दी जाएगी। यानी, जो मरीज ऑनलाइन कार्ड बनवाकर आएंगे, उनका इलाज पहले होगा।
एडवांस आई सेंटर के हेड डॉ. एस. एस. पांडव (Dr. S. S. Pandav) के मुताबिक OPD शुरू होने से पहले ही मरीजों को लंबी लाइनों से बचाने के लिए ये व्यवस्था शुरू की गई है। ये नई व्यवस्था शुक्रवार से शुरू होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से मरीज को अपनी पसंद का दिन और वक्त मिल जाता है। आई सेंटर में रोजाना करीब 1500 मरीज आते हैं।
पहले हर हफ्ते ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से 150 मरीजों को देखा जाता था, लेकिन अब बढ़ा कर 200 कर दिया है। इसका रिस्पॉन्स अच्छा रहा तो आने वाले दिनों में मरीजों के 200 स्लॉट को बढ़ाया जा सकता है। PGI की ऑफिशियल वेबसाइट पर मरीज रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
भीड़ और वक्त बचाने में मिलेगी मदद
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration) करवाने वालों के लिए अलग लाइन है। इस नई पहल में थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां नाम और उम्र दर्ज करने के बाद प्रिंट आउट दिया जाता है। पर्ची लेकर मरीज सीधा डॉक्टर के पास जाता है। इस तरह मरीजो को पर्ची बनाने के लिए सुबह आकर लाइन में नहीं लगना पड़ता। डॉक्टरों के पास मरीजों की लिस्ट चली जाती है जिन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसकी मदद से भीड़ को सही तरीके से मैनेज किया भी किया जा सकेगा।
ये भी पढ़ेः Punjab: Maan सरकार का नशों पर प्रहार तेज
कार्ड बनवाने के लिए 8 से 10 लाइनें
OPD में रोजाना करीब 10 हजार मरीज आते हैं। कार्ड बनवाने के लिए 8 से 10 लंबी लाइनें लगती हैं और काऊंटर 11 बजे तक ही खुलता है। मरीजों को इन लंबी कतारों से बचाने के लिए PGI इस टेक्नोलॉजी की मदद ले रहा है।