भावना मिश्रा, ख़बरीमीडिया
ख़बर बिहार की राजधानी पटना से आ रही है। पटना में जल्द मेट्रो दौड़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी के तहत अब गांधी मैदान को भी मेट्रो से जोड़ने का फैसला लिया गया है। बता दें की गांधी मैदान बिहार की राजधानी पटना का सबसे महत्वपूर्ण इलाका है जहाँ लोगों की सबसे ज़्यादा आवाजाही बनी रहती है।
कैसा होगा गांधी मैदान मेट्रो स्टेशन?
मेट्रो स्टेशन दो मंज़िला एवं 204 km लंबा होगा। यहाँ से मेट्रो के कॉरिडोर-टू की लाइन गुजरेगी। यात्रीयों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तीन स्थानों से आगमन और प्रस्थान गेट की सुविधा दी जाएगी। जिसमें से पहला-आगमन और प्रस्थान वरीय पुलिस अधीक्षक के कार्यालय एवं श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल के नजदीक होगा।
दूसरा गांधी मैदान के गेट संख्या 5 और 6 के बीच में स्थित काली मंदिर के सामने और तीसरा कारगिल चौक से पटना कलेक्ट्रेट जाने वाली मार्ग में स्थित स्टैंड के नजदीक बनाया जाएगा। मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करते ही लोग सीधे पहले फ्लोर पर पहुंचेंगे जहां यात्रियों को टिकट काउंटर एवं अन्य सुविधा दी जाएगी , फिर दूसरे फ्लोर से यात्रियों को पीएमसीएच और आकाशवाणी की ओर जाने के लिए मेट्रो मिलेगी।
दिव्यांगों, बुजुर्गों का ख्याल
पटना मेट्रो की निर्माण कंपनी दिल्ली मेट्रो रेल कारपारेशन (DMRC)) के अनुसार, शहरी माहौल में दिव्यांग लोग, चलने-फिरने में अस्थायी रूप से असमर्थ और बुजुर्गों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पटना मेट्रो में अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं। पटना मेट्रो को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया जाएगा। इसके तहत पूछताछ या टिकट खिड़की पर ब्रेल लिपि यानी उभरे नंबरों में रूटमैप मिलेगा। मेट्रो कार में रास्ते में आने वाले स्टेशनों की घोषणा की जाएगी और उनके नामों का डिस्प्ले भी होगा।
दिव्यांगों, बुजुर्गों का ख्याल
पटना मेट्रो की निर्माण कंपनी दिल्ली मेट्रो रेल कारपारेशन (DMRC)) के अनुसार, शहरी माहौल में दिव्यांग लोग, चलने-फिरने में अस्थायी रूप से असमर्थ और बुजुर्गों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पटना मेट्रो में अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं। पटना मेट्रो को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया जाएगा।
क्यों ख़ास है पटना मेट्रो ?
दिव्यांगों, बुजुर्गों का ख्याल
पटना मेट्रो की निर्माण कंपनी दिल्ली मेट्रो रेल कारपारेशन (DMRC)) के अनुसार, शहरी माहौल में दिव्यांग लोग, चलने-फिरने में अस्थायी रूप से असमर्थ और बुजुर्गों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पटना मेट्रो में अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं। पटना मेट्रो को दिव्यांगजनों के अनुकूल बनाया जाएगा।
लिफ्ट एवं एस्केलेटर से लैस
पटना के गांधी मैदान में यात्रियों के अधिकतम आवाजाही को ध्यान में रखते हुए, 7 एस्केलेटर एवं 3 लिफ्ट की सुविधा दी जाएगी। अन्य आधुनिक सुविधाएं भी यात्रियों को उपलब्ध कराने की योजना जारी है।
प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच की दूरी का रखा जा रहा ध्यान
व्हीलचेयर वाले यात्रियों को ट्रेन में प्रवेश करने में कोई दिक्कत नहीं हो इसलिए प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच की दूरी का ध्यान रखा जा रहा है, ताकि दुर्घटनावश पैर फंसने का खतरा न हो। इसके अलावा सूचना एवं सहायता डेस्क टर्मिनल के प्रवेश द्वार के पास ही बनाए जाएंगे ताकि सभी को नजर आएं।