HIV(human immunodeficiency virus) वो जानलेवा वायरस जिसकी चपेट में आते ही इंसान अपनी जिंदगी के दिन गिनना शुरू कर देता है। लेकिन अगर कोई अस्पताल किसी शख्स को एचआईवी की गलत रिपोर्ट दे उस पर क्या बीतेगी समझा जा सकता है।
ये भी पढ़ें: नोएडा-ग्रेटर नोएडा के ये 4 बिल्डर..15 बिल्डरों पर भारी
क्या है पूरा मामला ?
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल में ब्लड देने पहुंचे युवक को एचआईवी संक्रमित बताया गया। जबकि निजी लैब और जिम्स की जांच में युवक स्वस्थ साबित हुआ है। पीड़ित युवक का कहना है कि अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें: ग्रेटर Noida की इस सोसायटी में 7 दिनों से बिजली नहीं!
दनकौर निवासी पीड़ित युवक के मुताबिक वह अपने एक परिचित को ब्लड देने 28 अप्रैल की रात शारदा अस्पताल में पहुंचे और ब्लड दिया गया। दो मई को पीड़ित युवक को दोबारा अस्पताल बुलाया गया और एचआईवी संक्रमित होने की संभावना बताई। पीड़ित का कहना है कि अस्पताल कर्मी द्वारा दोबारा उसके ब्लड का सैंपल लिया गया जिसके बाद 6 मई को एचआईवी संक्रमित होने की रिपोर्ट थमाकर जिम्स में उपचार के लिए रेफर कर दिया गया।
पीड़ित द्वारा अपने ब्लड की जांच एक निजी लैब से कराई जिसकी रिपोर्ट 7 मई को आई। जिसमें पीड़ित को स्वस्थ बताया गया। इसके बाद 9 मई को जिम्स में सैंपल दिया गया। पीड़ित ने बताया कि जिसकी रिपोर्ट 14 मई को प्राप्त हुई। जिसमें भी युवक को स्वस्थ बताया गया है। पीड़ित का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उसके परिवार में कई दिन तक मातम पसरा रहा और पीड़ित ने कई बार आत्महत्या का प्रयास भी किया।
पीड़ित का कहना है कि अस्पताल द्वारा की गई लापरवाही के कारण उसकी जान जा सकती थी। वह मामले की शिकायत सीएमओ अधिकारी और डीएम से करेंगे। कोर्ट में जाकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित द्वारा अन्य लोगों के टेस्ट को भी फर्जी इसी तरह करने की बात कही गई। हालांकि इस संबंध में अभी तक शारदा अस्पताल की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
READ: Sharda University-hiv- builder-khabrimedia, Latest Greater Noida News,Greater noida news, Noida Extension news, greater noida Society News,