Toll Tax: गाड़ी चलाने वालों के लिए बड़ी और अच्छी खबर आ गई है। आपको बता दें कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि देशभर में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही देश में सेटेलाइट आधारित टोल प्रणाली (Satellite Based Toll System) की शुरुआत कर दी जाएगी। माना जा रहा कि आगामी लोकसभा चुनाव आचार संहिता मार्च के पहले सप्ताह में लागू हो सकती है।
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जानिए क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने
केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि हम संसद को आश्वस्त करना चाहते हैं कि टोल प्रणाली को लेकर दुनिया की सबसे अच्छी तकनीक सेटेलाइट आधारित प्रणाली की बहुत ही जल्द शुरुआत की जाएगी। और टोल नाके हटा दिए जाएंगे। इससे लोगों को रुकने की आवश्यकता ही नहीं होगी और नंबर प्लेट की फोटो से टोल वसूली होगी। यह प्रणाली हाईवे और एक्सप्रेसवे का प्रयोग किए जाने वाले समय के आधार पर टोल लेगी। यह फीस वाहन चालक के बैंक अकाउंट से स्वत: कट जाएगा।
फास्टैग से वसूला गया 49 हजार करोड़ टैक्स
इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फास्टैग से वसूली का आंकड़ा साझा करते हुए बताया कि फास्टैग से 49 हजार करोड़ रुपये से अधिक टोल वसूली की जा चुकी है। हर दिन का संग्रह 170 से 200 करोड़ के बीच का है।
उन्होंने यह भी बताया कि संप्रग सरकार में शहर से एकदम सटे इलाकों में टोल प्लाजा बना दिए गए और इससे हजारों लोग प्रभावित हैं। ठेकेदारों द्वारा हर्जाना मांगे जाने के कारण हम इन टोल को हटा नहीं पा रहे हैं। गडकरी ने कहा कि ऐसे मामलों में हम केवल ठेके की अवधि समाप्त होने का इंतजार कर सकते हैं।
धार्मिक पर्यटन के लिए रोड इंफ्रा को बेहतर करने पर हो रहा काम
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आगे कहा कि धार्मिक पर्यटन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी सड़कें मिलें, इसके लिए पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि 22 हजार करोड़ रुपये खर्च कर बुद्ध सर्किट तैयार किया गया है और फोर लेन से जोड़ा गया। इसी प्रकार से 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या सर्किट भी बनाया गया जिसमें राम की वन यात्रा से लेकर नेपाल स्थित सीता की जन्मस्थली को भी कनेक्ट किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि सिख धर्म में पांच तख्त हैं जिनमें से तीन पंजाब में, एक बिहार में और एक महाराष्ट्र के नांदेड़ में आता है। इन सभी पांच तख्तों को चार लेन से कनेक्ट किया गया है।