कोरोना का प्रभाव कम होते ही स्कूल और दफ्तर खुलने लगे हैं। ऐसे में कुछ लोग घर तो कुछ लोग दफ्तर शिफ्ट करने की प्लानिंग में जुट गए हैं। शिफ्टिंग करने वालों का ध्यान सबसे पहले मूवर्स-पैकर्स पर जाता है। लेकिन सावधान.. जैसे-जैसे पैकर्स एंड मूवर्स (Packers and Movers) पर लोगों की निर्भरता बढ़ रही है, फर्जीवाड़ा भी बढ़ता जा रहा है। कई फर्जी कंपनियां सस्ते में सामान शिफ्ट करने का लालच देकर ग्राहकों से ठगी कर रही हैं। जिसकी वजह से सामान गायब होने, सामान टूटने जैसे तमाम समस्याएं ग्राहकों के सामने आ रही है। इस तरह के बढ़ते मामलों की वजह से ही पैकर्स मूवर्स कंपनियों के शीर्ष संगठन मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (MFI) पिछले 5 सालों से काम कर रहा है।
मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इस इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुका है। फेडरेशन किस तरह काम कर रहा है इसके लिए हमने मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(Movers Federation Of India) के टॉप मैनेजमेंट जिसमें चेयरपर्सन अजित शर्मा, फेडरेशन के मुख्य सचिव और ट्रस्टी अनूप मिश्रा , और अध्यक्ष आलोक भार्गव शामिल हैं से खास बात की।
मूवर्स-पैकर्स फेडरेशन शुरू करने का ख्याल कैसे आया ?
मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(MFI) एक नॉन प्रॉफिटेबल ट्रस्ट है। जिसका उद्देश्य ग्राहकों को ठगी से बचाना है। ये कंपनी या कॉरपोरेट स्ट्रक्चर पर काम नहीं करता है। ना हम अपने निजी फायदे के लिए काम कर रहे हैं। हमारा पूरा फोकस ग्राहकों और उनके सामान की सुरक्षा पर है। मूवर्स एंड पैकर्स इंडस्ट्री के लिए काम कर रहे हैं। इसके अवेयरनेस के लिए काम कर रहे हैं। हम मूवर्स-पैकर्स और ग्राहकों के बीच एक ब्रिज की भूमिका में हैं ताकि ट्रस्ट से जुड़े मेंबर्स और ग्राहकों का विश्वास जीत सकें।
ये ट्रस्ट ग्राहकों को उम्मीदों पर कैसे खरा उतर रहा है ?
ये हमारे लिए बड़ी चुनौती है। इसके लिए हमारी टीम 24×7 काम कर ही है। सुबह के 5 बज रहे हों या फिर रात के 2 बजे। हमारी टीम ग्राहकों की समस्या सुनती है और बिना किसी देरी के उसका समाधान निकालने की कोशिश करती है।
सही और फर्जी पैकर्स-मूवर्स की पहचान कैसे करें ?
मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (MFI) ने उपभोक्ताओं को ठगी से बचाने के लिए अपनी वेबसाइट पर पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की लिस्ट डाल रखी है। फेडरेशन की ओर से जांच-पड़ताल के बाद ही कंपनियों को अपनी लिस्ट में शामिल किया जाता है। साथ ही ग्राहकों के किसी भी तरह की धोखाधड़ी करने पर संगठन सख्त कदम उठाता है।
फर्जीवाड़े से आप ग्राहकों को कैसे बचाते हैं ?
जैसे ही शिफ्टिंग की बात आती है लोग गूगल पर मूवर्स एंड पैकर्स सर्च करना शुरू कर देते हैं। इस बात से अनजान कि उनकी कंपनी सही है या फर्जी। इसमें सारा खेल पैसों का होता है। ऐसी कंपनियां ग्राहकों को सस्ते और लुभावने ऑफर देती है। एक बार सामान चला गया फिर ग्राहकों के हाथ में कुछ नहीं बचता है। ऐसे में कोई ग्राहक फर्जीवाड़े की शिकायत करता है तो उसका निपटारा तुरंत किया जाता है।
ग्राहक आपके फेडरेशन से कैसे संपर्क कर सकते हैं ?
कोई भी ग्राहक पैकर्स एंड मूवर्स की खोज के लिए इंटरनेट के सर्च इंजन पर जाने के बजाय सीधे संगठन की साइट पर आ सकते हैं। संगठन का मूवर्स फेडरेशन डॉट ओआरजी (https://moversfederation.org) के नाम से साइट है। चाहें तो 7090678678 पर कॉल या ब्वाट्सऐप करके भी असली मूवर्स का नाम कंफर्म कर सकते हैं।
खबरी मीडिया से बात करने के लिए आप सभी का शुक्रिया।
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