Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी अजनारा होम्स (Ajnara Homes) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने अजनारा होम्स सोसाइटी के अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया है। प्राधिकरण की टीम ने यहां एक निरीक्षण किया, जिसमें कई कमियां मिली। नेफोवा फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक कुमार में सीईओ से मिलकर बिल्डर की शिकायत की थी।
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प्राधिकरण के नियोजन विभाग (Planning Department) ने भेजे गए नोटिस में बताया गया है कि प्राप्त शिकायत के आधार पर 29 मई 2024 को प्रधिकरण के मोबाइल स्क्वाड द्वारा जाकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में मिला कि मौके पर निर्मित मार्केट के फ्रंट सेट बैक में अनाधिकृत रूप से खोखा (किओस्क) रखकर अतिरिक्त कमर्शियल के रूप में उपयोग किया जा रहा है। आईकॉन स्कूल (Icon School) के लेफ्ट और राइट साइड में दो बाउंड्री वॉल का निर्माण हुआ है जो स्वीकृत मानचित्र के मुताबिक नहीं है। अनधिकृत रूप से स्वीकृत मानचित्र से अधिक गेट का निर्माण भी हुआ है। बेसमेंट में पानी जमा हुआ पाया गया है। स्थल पर ड्राइवे को समाप्त कर स्कूल का पार्क बनाया गया है।
प्राधिकरण ने बिल्डर को अवैध कियोस्क को हटाकर 15 दिनों के सूचना देने को कहा है। प्राधिकरण ने यह भी कहा है कि अगर बिल्डर अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं करता तो यह माना जाएगा कि इस संबंध में बिल्डर को कुछ नहीं कहना है। और इसके साथ ही यह भी माना जाएगा कि बिल्डर के द्वारा प्राधिकरण के नियमों को नहीं माना गया है।
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नेफोवा (Nefova) के वरिष्ठ सदस्य दिनकर पांडेय ने कहा कि बीते महीने नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार संग सीईओ से मिलकर बिल्डर के द्वारा अवैध किओस्क लगाने की शिकायत हुई थी। सबसे पहले तो मार्किट का गेट ही अवैध रूप से बनाया गया है। मार्किट का गेट सोसाइटी के अंदर ही रहना चाहिए था लेकिन बिल्डर ने मार्किट का गेट सड़क पर खोल रखा है।
दूसरा कि मार्किट एरिया में अवैध किओस्क लगाने के लिए बैठने के लिए लगाए गए टेबल कुर्सी भी हटा दिया है। अनेकों अवैध किओस्क से मार्किट में ज्यादा भीड़ के साथ आगजनी जैसी दुर्घटना भी होने लगी थी। किओस्क के कारण मार्किट में आने जाने की जगह नहीं बचती। रोजाना रात में असामाजिक तत्व खुले में शराब पीते हैं, आने जाने वाली महिलाओं और बच्चियों पर इसका बुरा असर पड़ता है साथ ही बदतमीजी भी करते हैं। किओस्क को बिजली सप्लाई देने के लिए तार जमीन पर पड़े होते हैं जो कहीं से कट गए तो एक बड़ी घटना भी हो सकती है। किओस्क में खाने का सामान बनाने वाले अपने बर्तन सर्विस रोड पर ही धोते हैं। गन्दा पानी बेसमेंट में जमा होता है जिससे बदबू, मच्छर और बीमारियां बढ़ रही हैं।
दिनकर पांडेय ने आगे कहा कि प्राधिकरण ने अवैध किओस्क और अवैध किओस्क को हटाने के लिए 15 दिन का समय मिला है। 15 दिन के बाद किओस्क और अवैध निर्माण नहीं हटे तो फिर से शिकायत किया जाएगा।