ज्योति शिंदे, एडिटर, खबरीमीडिया
अर्नब गोस्वामी(Arnab Goswami), रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ(Editor-in-Chief) ये पहचान किसी से छिपी नहीं है। ‘पूछता है भारत’ जैसे दमदार शो में अपने तीखे सवालों से अच्छे अच्छों की बोलती बंद करने वाले अर्नब जब खुद सवालों के दंगल में कूदे तो मीडिया इंडस्ट्री समेत देश की निगाहें उन पर जाकर टिक गई। TV9 Network के एमडी-सीईओ से ख़ास बातचीत में अर्नब गोस्वामी ने TRP समेत दूसरे तमाम मसलों पर बेबाकी से जवाब दिए
अर्नब ने ना सिर्फ सवालों का सामना किया बल्कि मंझे हुए पत्रकार जो कि वो हैं, की तरह ही उनका जवाब भी दिया। अर्नब ने रिपब्लिक टीवी को टीआरपी चोर कहने वालों को कटघरे में ला खड़ा कर दिया। अर्नब ने कहा कि भले ही सच्चाई सामने आने में देरी हो जाए लेकिन सच सामने आ ही जाता है।
उन्होंने रिपब्लिक मीडिया पर आरोप लगाने वालो पर तीखा वार करते उन्होंने कहा कि “मैं सोचता था कि एक दिन आएगा जब सच्चाई खुद-ब-खुद लोगों के सामने आएगी। मैं पूछना चाहता था कि आखिर रिपब्लिक के साथ ये साजिश क्यों की गई। जिन लोगों ने मुझे तोड़ने की कोशिश की वो एक्सपोज कब होंगे।” आखिरकार वो दिन आ ही गया।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, टीवी रेटिंग घोटाला के आरोपों में घिरे अर्नब गोस्वामी के खिलाफ ईडी जांच कर रही थी। बीते दिनों ईडी ने उक्त प्रकरण में टीवी रेटिंग को लेकर आरोपपत्र दायर किया, जिसमें ‘रिपब्लिक भारत’ को क्लीन चिट दे दी गई। ईडी ने अपने आरोपपत्र में कहा कि टीवी रेटिंग घोटाला मामले में अर्नब के खिलाफ के किसी भी प्रकार का ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे कि उन्हें दोषी करार दिया जा सके।
अर्नब ने रेटिंग घोटाला मामले में कहा कि इसे मेरे खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था। जिसका सच से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं था। फिलहाल टीआरपी रेटिंग में ईडी की तरफ से जो क्लीनचिट मिली है उससे अर्नब और टीम रिपब्लिक के लिए वाकई राहत भरी है।
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