बड़ी ख़बर नोएडा के नामी अस्पताल से आ रही है जिस पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। खबर के मुताबिक नोएडा के सेक्टर-62 फोर्टिस अस्पताल पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल को मौत का जिम्मेदार बताया है।
क्या है मामला ?
दिनेश कुमार सक्सेना (66) जयपुर के निवासी थे। वहां डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से परिजन इलाज के लिए नोएडा लेकर आए थे। उनके बेटे शुभम ने बताया कि बुधवार सुबह तक उनकी हालत ठीक थी। शाम करीब साढ़े चार बजे जब उनके पिता आईसीयू पहुंचे तो वो अचेत थे, लेकिन किसी ने इसकी जानकारी नहीं दी। जब डॉक्टरों से पूछा तो उन्होंने पांच बजे मौत की जानकारी दी।
परिजनों का आरोप है कि कूल्हे में चोट लगने के बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने कूल्हे की बजाए हार्ट का आपरेशन कर दिया, इससे मरीज की मौत हो गई।
इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। इसके बाद कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों को समझा कर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मृतक के परिजनों के मुताबिक दिनेश सक्सेना शनिवार रात को बेड से गिर गए थे। इससे उनके कूल्हे में फैक्चर हो गया था। इसके लिए शनिवार को ही परिजन उनको फोर्टिस अस्पताल लेकर आए। वहां डॉक्टरों ने उनको भर्ती कर लिया। आरोप है कि पैर की सर्जरी करने से पहले डॉक्टरों ने मरीज की एंजियोग्राफी जांच कराई। इसके बाद एंजियोप्लास्टी कर दी, जबकि पहले भी दो बार मरीज की एंजियोप्लास्टी हो चुकी थी। इस दौरान कूल्हे का आपरेशन नहीं किया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की मौत गलत आपरेशन के कारण हुई है। डॉक्टरो ने उनसे इस बात को छिपाया।