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AIIMS Delhi: एम्स दिल्ली में इलाज करवाने जाने वाले ये जरूरी ख़बर पढ़ लीजिए

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AIIMS Delhi में इलाज कराने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर

AIIMS Delhi: दिल्ली एम्स (AIIMS Delhi) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। अगर आप भी दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) में इलाज कराने के लिए जा रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए, नहीं तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि रेजिडेंट डॉक्टरों (Resident Doctors) की हड़ताल को देखते हुए दिल्ली एम्स और सफदरजंग अस्पताल ने ओपीडी सहित सभी चिकित्सा सेवाओं को सीमित कर दिया है। इसको लेकर एम्स प्रशासन (AIIMS Administration) ने बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी रहने तक सुबह की ओपीडी में सिर्फ पहले से अपॉइंटमेंट लेकर पहुंचने वाले नए व पुराने मरीज ही देखे जाएंगे।
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Pic Social Media

नए मरीज नहीं देखे जाएंगे

बिना अपॉइंटमेंट (Appointment) के इलाज कराने जाने वाले मरीजों का ओपीडी पंजीकरण (OPD Registration) नहीं होगा। दोपहर की ओपीडी में पहले से अपॉइंटमेंट लेकर जाने वाले सिर्फ पुराने मरीजों का ही इलाज होगा, नए मरीज नहीं देखे जाएंगे। एम्स प्रशासन के मुताबिक सीमित संख्या में नियमित सर्जरी भी होगी।

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आईसीयू में मरीजों का इलाज सामान्य रूप से जारी रहेगा। फैकल्टी स्तर के डाक्टर आईसीयू में मरीजों की देखभाल करेंगे। वहीं सफदरजंग हॉस्पिटल प्रशासन ने भी बयान जारी कर कहा है कि अस्पताल में दोपहर व शाम की क्लिनिक हड़ताल जारी रहने तक बंद रहेगी। वार्ड में नियमित मरीजों को भर्ती नहीं लिया जाएगा। सिर्फ इमरजेंसी मरीज भर्ती लिए जाएंगे।

बिना इलाज के लौट रही मरीज

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी एटा से एम्स में इलाज के लिए पहुंचे 40 वर्षीय सूर्यकांत नामक मरीज अपने पैरों से ठीक से चल नहीं पा रहे थे। घरवाले उनको कंधों के सहारे एम्स के ओपीडी ब्लाक से बाहर लाए थे। उनसे पूछने पर सूर्यकांत ने कहा कि उनके बायें पैर के घुटने में गंभीर समस्या है और तेज दर्द भी है। इस वजह से वह चल नहीं पा रहे हैं।

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ओपीडी में भी नहीं डॉक्टर

स्थानीय डॉक्टरों से दिखाने के बाद भी बीमारी ठीक नहीं हो रही है। डॉक्टरों की सलाह पर वह एम्स के मेडिसिन विभाग में इलाज के लिए आए। ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर नहीं बैठे थे। वरिष्ठ डॉक्टर ने 3-4 मरीजों को देखने के बाद कहा कि अब किसी मरीज को नहीं देखेंगे। इसके बाद सभी मरीज वापस चले गए। बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले मणिभूषण ने कहा कि वह अपनी बहन संगीता को लेकर इलाज के लिए एम्स पहुंचे थे। संगीता के पैर में सूजन रहती है, जो ठीक नहीं हो रहा है। पिछले सप्ताह डॉक्टर को दिखाया था।

डॉक्टर की सलाह पर अल्ट्रासाउंड जांच कराकर रिपोर्ट दिखाने के लिए आया हूं, लेकिन डॉक्टर ने रिपोर्ट नहीं देखा। आज ही स्पेशल ट्रेन में वापस बिहार जाना था। ट्रेन का टिकट भी बुक है, लेकिन रिपोर्ट नहीं दिखा पाए। जिस डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाना है अब उनकी ओपीडी बृहस्पतिवार को है। उस दिन 15 अगस्त होने के कारण स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी है।

आपको बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पीजी ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप-हत्या मामले देशभर में डॉक्टरों हड़ताल पर हैं। दिल्ली, यूपी से लेकर कोलकाता तक डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को दिल्ली में AIIMS, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना को लेकर यूपी के लखनऊ में भी डॉक्टरों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। यहां किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और अस्पताल में डॉक्टरों ने काम बंद रखा। दूसरी तरफ मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने इस्तीफा दे दिया है। इसमें रेजिडेंट डॉक्टरों ने आरोपियों को फांसी की सजा देनी की मांग की है।