Jyoti Shinde,Editor
पंजाब में नशा तस्करों और तस्करी को जड़ से ख़त्म करना है। इस दिशा में भगवंत मान सरकार और उनकी पुलिस बेहद तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में नवांशहर पुलिस ने फिलहाल 6 तस्करों के जायदाद जब्त करनी शुरू कर दी है जिनकी कीमत करीब 1.77 करोड़ बताई जा रही है। बंगा क्षेत्र के नशा तस्करो के घर जाकर घर के दीवाल और गेट पर नोटिस चिपकाया गया है। जिले में कुल 6 तस्करो की पहचान की गई है जिसने नशा बेचकर करोड़ों की संपति बनाई है।
नशे के कारोबार से बनाई गई जायदाद तस्करो का उनके रिश्तेदारों के पास भी नहीं रहने दी जाएगी। पुलिस की ओर से नशा तस्करों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए पूरी तरह तैयार है ।फिलहाल पुलिस की ओर से जब्त की नशे गई प्रॉपटी कॉमर्शियल क्वांटिटी के साथ पकड़े गए तस्कर ही हैं, लेकिन पुलिस भी बार-बार तस्करी के मामलों में शामिल नशा तस्करों के खिलाफ भी कानूनी राय लेने के बाद ही उनके जायदाद को फ्रीज कर दिया गया है ।
एसएसपी खुद इस पूरी मुहिम को मॉनीटर कर रहे हैं, जिससे नशे की सप्लाई साइड को कट करने के साथ साथ इस दलदल में फंसे युवाओं को भी सही दिशा दी जा सके। लेकिन जिला पुलिस ऐसे तस्करों को आर्थिक चोट भी पहुंचा रही है। जिला नवांशहर व औड़ के एक एक तस्कर बलाचौर व इस व बंगा सदर थाने से संबंधित दो-दो के संपत्तियां जब्त की गई हैं।
स्पेशल सेल के डीएसपी लखवीर सिंह ने बताया की एसएसपी अखिल चौधरी के हिदायत पर जिले के नशे तस्करो पर कमर्शियल क्वांटिटी में मामला दर्ज है । उनलोगो द्वारा बनाए गए जायदाद को फ्रीज करवाया गया है ।इस साल जिले के 6 नशे के सौदागर है जिनका प्रॉपर्टी की पहचान करके कंपीटेंट ऑथोरिटी दिल्ली भारत सरकार द्वारा ऑर्डर की कॉपी उनके घरों पर चिपकाया गया ।
उन्होंने कहा की नशे की कमाई से बनी कोठी, जमीन, कार, सोना ,बैंक बैलेंस आदि सब कुछ अलग अलग विभागो से रिपोर्ट हासिल करके फ्रीज करवाए है ।उन्होंने कहा की इस साल करीब 1करोड़ 77 लाख रूपया के जायदाद को अटैच किए गए है ।यह पहली बार नही इससे पहले भी जिले के कई नशे के सौदागरों का जायदाद को अटैच कर चुके है ।उन्होंने कहा की जिस केस में नशा के तस्करो के जायदाद को फ्रीज किया गया है, अदालत की और से सजा होने के बाद उपरांत कंपीटेंट ऑथोरिटी दिल्ली भारत सरकार द्वारा उक्त प्रॉपर्टी को नीलामी करवाया जाता है ।उन्होंने यह भी कहा की तस्करो द्वारा जायदाद ना बेच सके उसके संबंधित विभाग को भी सरकार के आदेश की कॉपी भेजा जाता है जिससे वो एंट्री कर सके जिससे उक्त जायदाद को कोई भी बेच ना सके ।
उन्होंने नशा तस्करो को साफ चेतावनी देते हुए कहा की जिस तरह इन नशा तस्करो द्वारा नशे बेचकर जायदाद बनाया है जिस तरह उनलोगो की प्रॉपर्टी को फ्रीज किया जा रहा है। नशा बेचने वाले अपने आदत से बाज आ जाए नही तो उनके साथ भी यही हश्र होगा ।