गुरबानी की सर्व-श्रेष्ठता कायम रखने और भावी पीढ़ी के भ्रम दूर करने के लिए यह कार्य बेहद ज़रूरी
चंडीगढ़, 13 जून: पंजाब विधान सभा स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने कहा है कि गुरशब्द रत्नाकार महान कोष की गलतियों को फिर संशोधन करके प्रकाशित करना समय की मुख्य ज़रूरत है।
आज यहाँ पंजाब विधान सभा सचिवालय में अलग- अलग सिख संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ विचार- चर्चा के उपरांत स. संधवां ने कहा कि पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित किये गए महान कोष के पंजाबी, हिंदी और अंग्रेज़ी के संस्करणों को रद्द कराने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंधी गठित समिति सदस्यों की सिफारिशों अनुसार ही यह कार्य किया जायेगा।
स. संधवां ने कहा कि गुरबानी की सर्व-श्रेष्ठता कायम रखने और भावी पीढ़ी के भ्रम दूर करने के लिए यह कार्य बेहद ज़रूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही शिक्षा मंत्री, पंजाब, सचिव उच्च शिक्षा और डी. पी. आई. के साथ विचार- विमर्श करके इस संशोधन संबंधी संयुक्त फ़ैसला लिया जायेगा।
इस मौके पर स. केवल सिंह पूर्व जत्थेदार तख़्त श्री दमदमा साहब, स. पदमजीत सिंह सिख मिशनरी कालेज, स. जविन्दर सिंह श्री खालसा पंचायत, स. कुलजीत सिंह सिंह ब्रदरज़ अमृतसर, श्री प्यारा लाल गर्ग सेवा मुक्त प्रोफ़ैसर, डा. खुशहाल सिंह जनरल सचिव केंद्रीय सिख सभा, श्री अमरजीत सिंह धवन और श्री रछपाल सिंह आदि उपस्थित थे।