CM Nayab Singh Saini: हरियाणा की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के हरियाणा BJP (Haryana BJP) में बड़ा बदलाव हो सकता है। हरियाणा बीजेपी में चल रहे विवाद को थामने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कमान अपने हाथों में ले ली है। सीएम नायब सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने चंडीगढ़ के संत कबीर कुटीर में सभी जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई।
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इस मीटिंग में सीएम सैनी (CM Saini) ने प्रत्याशियों की ओर से दिए गए फीडबैक पर चर्चा की। इस बैठक में सबकी नजर 5 जिलाध्यक्षों पर रही। इन जिला अध्यक्षों में सिरसा, फतेहाबाद, जींद, हिसार के जिला अध्यक्ष शामिल हैं। इन जिलाध्यक्षों पर लोकसभा उम्मीदवारों ने अलग-अलग तरह के आरोप लगाए हैं। किसी पर पैसे की हेराफेरी के आरोप थे तो किसी पर काम न करने और चुनाव में विरोधियों की सहायता करने के आरोप लगाए थे।
हालांकि, इस मीटिंग में सीएम सैनी ने जिलाध्यक्षों को कुछ नहीं कहा, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक 4 जून रिजल्ट के बाद इन जिलाध्यक्षों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। सिरसा, फतेहाबाद, जींद और हिसार के अलावा एक और जिलाध्यक्ष का नाम भी इसमें शामिल है।
बीजेपी प्रत्याशियों ने की थी शिकायत
आपको बता दें कि, 26 मई को पंचकूला (Panchkula) में मीटिंग के दौरान सोनीपत से बीजेपी प्रत्याशी ने जींद जिलाध्यक्ष राजू मोर, हिसार से बीजेपी प्रत्याशी रणजीत चौटाला ने आशा खेदड़, सिरसा से प्रत्याशी अशोक तंवर ने सिरसा और फतेहाबाद के जिलाध्यक्ष की शिकायत की थी। जिसमें पैसे गबन से लेकर, निष्क्रियता, विरोधियों की सहायता करना कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने जैसे आरोप लगाए गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री तक यह शिकायतें पहले भी आ रही थी मगर जब फीडबैक मीटिंग में बीजेपी प्रत्याशी लिखित में शिकायत देने को भी तैयार हो गए तो नायब सैनी ने जल्द ही इन अध्यक्षों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
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सिरसा-रोहतक के बड़े अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
सबसे पहले बीजेपी ने 26 मई को चंडीगढ़ में पार्टी प्रत्याशियों, लोकसभा प्रभारियों, संयोजकों और विस्तारकों की मीटिंग में प्रत्येक लोकसभा सीट का फीडबैक लिया। और फिर 27 मई को पूर्व सीएम मनोहर लाल ने गुरुग्राम में कहा था कि कांग्रेस ने सिरसा और रोहतक सीट पर बोगस वोटिंग कराई है। जिन कर्मियों की मिलीभगत से बोगस वोटिंग हुई है, उनके खिलाफ 4 जून के बाद कड़ी कार्रवाई होगी। 4 जून के बाद सिरसा और रोहतक के अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है। इसमें आईएएस और आइपीएस स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं।
सभी जिलाध्यक्ष से शिकायत रिपोर्ट लेंगे सीएम सैनी
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले 18001038437 टोल फ्री नंबर जारी किया था। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति मतदान से संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकता था। इस कंट्रोल रूम में बैठे बीजेपी के कार्यकर्ता हर जिलों के हिसाब से बनाए वॉट्सऐप ग्रुप में एक्टिव थे। इन शिकायतों के आधार पर चुनाव आयोग में शिकायत करने और ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची तैयार होगी, जिन्होंने जानबूझकर मतदान धीमा करवाया और बोगस पोलिंग करवाई। सबसे ज्यादा शिकायत हिसार, सिरसा, सोनीपत, रोहतक, करनाल और कुरुक्षेत्र से मिली है।
चुनावों में बीजेपी को हराने का सपना देखने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट सरकार जिलाध्यक्ष के मार्फत लेकर उन पर जल्द कार्रवाई कर सकती है। सरकार इस मामले में कर्मचारियों पर एक्शन ले सकती है। इसमें नूंह में तबादला, डेपुटेशन पर भेजने और गृह जिले से दूर तैनाती जैसी कार्रवाई हो सकती है, ताकि अधिकारियों को सबक सिखाया जा सके।
बता दें कि हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी से सीएम नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर नाराज चल रहे हैं। उनकी ये नाराजगी लगातार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिखाई भी दी थी। पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और अब सीएम नायब सैनी लगातार अधिकारियों को निशाने पर ले रहे हैं। सही से काम करने की चेतावनी भी दे रहे हैं।