दुखद खबर बिहार से आ रही है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का दिल्ली एम्स में सोमवार (13 मई) को निधन हो गया। वे गले के कैंसर से पीड़ित थे।
इसी साल 3 अप्रैल को उन्होंने सोशल मीडिया में खुद के कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी दी थी।
उन्होंने लिखा था कि- पिछले 6 महीने से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। PM को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित। गले में दर्द की शिकायत पर जांच कराने पर उन्हें कैंसर होने की बात पता चली थी।
सुशील कुमार मोदी का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम 8 बजे दीघा घाट पर हुआ. वह 72 साल के थे. उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से नई दिल्ली से पटना के राजेंद्र नगर इलाके में उनके आवास पर लाया गया था. वे कैंसर से पीड़ित थे और सोमवार शाम उनका निधन नई दिल्ली के अस्पताल में हो गया था. अपने नेता के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, नेता और आम लोग मौजूद रहे.
राजेंद्र नगर इलाके में उनके आवास पर सार्वजनिक श्रद्धांजलि के बाद उनके पार्थिव शरीर को बिहार विधानसभा और फिर प्रदेश भाजपा कार्यालय ले जाया गया. यहां भी बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पार्थिव शरीर को दीघा घाट ले जाया गया और यहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
सुशील मोदी ने राजनीति से संन्यास की घोषणा के साथ कह दी थी ये बात
गौरतलब है कि सुशील मोदी ने 2005 से 2013 तक और फिर 2017 से 2020 के बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सोमवार रात करीब 9.45 बजे अंतिम सांस ली थी. इससे करीब एक माह पहले उन्होंने राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी.