कुमार जलज की कलम से…
‘अडानी ग्रुप’ (Adani Group) की सहायक कंपनी ‘एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड’ (AMNL) ने मीडिया और न्यूज ब्रॉडकास्टर ‘एनडीटीवी’ (NDTV) में अप्रत्यक्ष रूप से 29.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद ली है। और अलग से 26 परसेंट हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाने की बात भी कही गई है।
यहां तक तो सब ठीक है लेकिन अब निगाहें चैनल के चर्चिच चेहरे और ग्रुप एडिटर रवीश कुमार(Ravish Kumar) पर जाकर टिक गई है। क्योंकि इतना तो तय है कि मोदी विरोध के लिए जाने जाने वाले रवीश का चैनल से देर सबेर नमस्ते होना तय है।
चर्चाओं का बाजार इस कदर गर्म है कि रवीश का अगला ठिकाना ज़ी न्यूज़(Zee News) हो सकता है। क्योंकि सुधीर चौधरी के जाने के बाद चैनल DNA के स्लॉट में उतना बेहतर नहीं कर पा रहा है जितनी की उम्मीद की जा रही थी।
ऐसे में अगर रवीश ज़ी न्यूज़ ज्वाइन कर लेते हैं तो कोई हैरानी नहीं होगी। हालांकि रवीश ने इस्तीफे की खबर को बकवास करार दिया है। रवीश ने ट्वीट करते हुए लिखा है-
कुछ तो लोग कहेंगे…लोगों को काम है कहना…..
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और कई मीडिया हाउस में काम कर चुके हैं))