UP Politics: राष्ट्रीय लोकदल (RLD) नेता जयंत चौधरी के भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में जाने की डील फाइनल हो चुकी है। जयंत चौधरी की पार्टी वर्तमान में इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) का हिस्सा है। यह विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा। खासतौर से उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में जहां, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) भी सीट-बंटवारे पर मतभेदों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
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जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) की पार्टी वर्तमान में इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) का हिस्सा है। गठबंधन के अनुसार जयंत चौधरी की सीट-बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी (SP) के साथ अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इस बीच उनके एनडीए में जाने की चर्चा होने लगी। अब ये डील फाइनल होती दिख रही है। रिपोर्टों की मानें तो बीजेपी ने जयंत चौधरी को अपने पाले में लाने के लिए तगड़ा ऑफर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा रालोद को 4 लोकसभा सीटों की पेशकश कर रही है। इसके साथ ही एक केंद्रीय मंत्रालय और 2 राज्य मंत्रियों का भी ऑफर (Offer) दिया जा रहा है। अब अगर रालोद भी भाजपा नीत गठबंधन में जाती है तो यह विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा। खासतौर से उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में जहां, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) भी सीट-बंटवारे पर मतभेदों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
जयंत चौधरी को क्या ऑफर कर रही बीजेपी?
रिपोर्ट के अनुसार रालोद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारे और बीजेपी (BJP) के बीच चीजें लगभग तय हो गई हैं। शायद 1 या 2 दिन में औपचारिक घोषणा हो सकती है। रालोद के एक नेता ने सीट-बंटवारे को लेकर भी बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने रालोद को 4 लोकसभा सीटें ऑफर की हैं।
साथ ही एक केंद्रीय मंत्री और 2 राज्य मंत्री के पद की पेशकश की है। नेता ने कहा कि कुछ सीटों पर दिक्कतें आ रही हैं। उन पर अभी बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि वे हमें जो सीटें देने से इनकार कर रहे हैं उनमें से एक सीट मुजफ्फरनगर है। उस पर भी काम किया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान 2014 से मुजफ्फरनगर सीट से लोकसभा सांसद हैं।
जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के राजग के साथ जाने की अटकलों के बीच समाजवादी पार्टी (SP) के महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इसे बीजेपी की ओर से फैलाया गया भ्रम करार दिया था। उन्होंने कहा कि चौधरी इंडिया गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यही बात कही थी।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की खुशहाली के लिए चल रहे संघर्ष को कमजोर नहीं करेंगे। लेकिन अब खुद भाजपा सूत्र भी जयंत के साथ बातचीत की पुष्टि कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारी पार्टी जयंत चौधरी को बागपत, मथुरा, हाथरस और अमरोहा की पेशकश कर रही है। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मुजफ्फरनगर और कैराना देने से इनकार कर दिया है। हम बिजनौर और सहारनपुर की भी पेशकश कर रहे हैं।
जानिए किन सीटों पर चर्चा चल रही?
अगर आरएलडी इंडिया गठबंधन (India Alliance) छोड़ती है, तो यह यूपी में पहले से संकटग्रस्त गठबंधन को और कमजोर कर देगा। पिछले महीने, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा की थी कि रालोद को सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत 7 निर्वाचन क्षेत्र आवंटित किए जाएंगे, लेकिन पार्टी को कौन से निर्वाचन क्षेत्र मिलेंगे, इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं थी।
सपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा था कि आरएलडी (RLD) को बागपत, कैराना, मथुरा, हाथरस और फतेहपुर सीकरी मिलेंगी और मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर और अमरोहा पर चर्चा चल रही है। रालोद नेताओं ने कहा कि इस बात को लेकर कुछ मुद्दे थे कि सपा चाहती थी कि उसके नेता इन 7 सीटों में से कुछ पर अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ें। इन सीटों में कैराना भी थी, जहां सपा विधायक नाहिद हसन की बहन इकरा हसन को मैदान में उतारना चाहती है।
सपा और रालोद ने इसी साल 19 जनवरी को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा की थी। गठबंधन के तहत रालोद को 7 सीटें दी गयी थी। यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि रालोद और सपा के गठबंधन पर सभी को बधाई। आइए हम सभी जीत के लिए एकजुट हों। इस पोस्ट को पुनः पोस्ट करते हुए चौधरी ने कहा था कि राष्ट्रीय और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हूं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे गठबंधन के सभी कार्यकर्ता हमारे क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए मिलकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने दोनों नेताओं की हाथ मिलाते हुए तस्वीरें भी साझा की थीं।