अर्चना साल्वे, ब्यूरो चीफ, भोपाल
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में सोमवार को मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक(Central Zonal Council meeting in Bhopal) की बैठक हुई। जिसमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हुए। बैठक में नक्सलवाद और साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई। साथ ही ड्रग्स, मानव तस्करी, मोटे अनाज के वितरण, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों पर खर्च होने वाली राशि जैसे गंभीर विषय भी चर्चा का केंद्र रहे।
इसके अलावा मध्यप्रदेश के करीब दो दर्जन मुद्दों पर भी चर्चा हुई जिसमें पॉक्सो एक्ट, पुलिस के मॉडर्नाइजेशन का फंड बढ़ाने, भोपाल-इंदौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, होम गार्ड समेत पुलिस के रिफॉर्म के लिए फंड बढ़ाने समेत अन्य मुद्दे शामिल थे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैठक से आतंकवाद, नस्लवाद, राज्यों का विकास होगा, जिसका फायदा चारों राज्यों को मिलेगा। शिवराज सिंह ने नेशनल साइंस यूनिवर्सिटी को बड़ी उपलब्धि बताया कहा इससे राज्य के साथ देश के हजारों विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। सीएम ने कहा कि अभी यूनिवर्सिटी के चार पाठ्यक्रम प्रारंभ हैं और जब कैंपस बन जाएगा तो 20 पाठ्यक्रम और शुरू हो जाएंगे। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। पुलिस अधिकारी-कर्मचारी, न्यायाधीश और अभियोजक भी यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
वहीं बैठक में शामिल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से राज्य के नगरीय विकास मंत्री और भोपाल जिला प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने सौजन्य भेंट की। भूपेंद्र ने क्षेत्रीय परिषद की बैठक को राज्य के लिए साकारात्मक कदम बताया।
भोपाल में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी
भोपाल के बरखेड़ा बोंदर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी कैंपस का भूमिपूजन भी किया गया जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए।