Ghaziabad News : ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद (Ghaziabad ) होते हुए सोनीपत जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल हाईवे (Eastern Peripheral Highway) के पास ही ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (Uttar Pradesh Orbital Rail Corridor) परियोजना का ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया है।
ये भी पढ़ेंः महागुन मंत्रा-2 में रामभक्त हनुमान प्रतिमा की प्रतिमा स्थापित
राजधानी के बढ़ते हुए रेल के दबाव को कम करने के लिए कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है। हरियाणा में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर काम भी शुरु कर दिया गया है। अब ईस्टर्न पेरिफेरल हाईवे के पास ग्रेटर नोएडा से बागपत तक इसे बनाया जाना है। 142 किमी रेल लम्बे कॉरिडोर पर काम शुरू होना बाकी है।
जानिए पूरी योजना
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (Orbital Railway Corridor) के पूर्वी भाग पर जल्द ही काम शुरु हो जाएगा। कॉरिडोर पर हरियाणा में काम चल रहा है। सोनीपत से मानेसर होते हुए पलवल तक करीब 126 किलोमीटर के कॉरिडोर पर कार्य हो रहा है। हरियाणा सरकार का कहना है कि जब तक पलवल से आगे ग्रेटर नोएडा, दादरी, गाजियाबाद, दुहाई, बागपत होते हुए सोनीपत संभाग पर परियोजना का कार्य शुरू नहीं होगा तब तक यह योजना सफल नहीं हो सकेगी। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में मीटिंग आयोजित हुई थी जिसमें कॉरिडोर पर जल्द ही कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। उत्तर प्रदेश में 142 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर 6,500 करोड़ रुपए का खर्च होने की संभावना है। लेकिन विजिबिलिटी स्टडी के आधार पर तैयार डीपीआर में लंबाई और लागत के साथ स्टेशनों की संख्या के बारे में सही जानकारी सामने आएगी।
यूपी में भी जल्द शुरू होगा काम
दिल्ली के चारों तरफ पेरिफेरल हाईवे का एक सर्कल बनाया गया था, जिसे ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल कहते हैं। दिल्ली में वाहनों के दबाव को कम करने के लिए इस परियोजना को लोया गया था। एनसीआर बोर्ड द्वारा बनाए गए पेरिफेरल हाईवे से दिल्ली सहित पूरे एनसीआर की सड़कों से वाहनों का दबाव कम होने के साथ ही लोगों को जाम की समस्या से राहत मिली तो वहीं पैसे के साथ समय की भी बचत होने लगी। अब एनसीआर प्लानिंग बोर्ड पेरिफेरल एक्सप्रेस की तर्ज पर दिल्ली में ट्रेनों का दबाव कम करने के लिए ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना पर काम कर रही है। यह कॉरिडोर पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समानांतर दिल्ली के चारों तरफ एक सर्कल में बनना है। 142 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर करीब 6,500 करोड़ रुपए का खर्च आ सकता है। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की उत्तर प्रदेश संचालन समिति से सहमति मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना काम करने के लिए सरकार ने हरी झंडी दिखा दी है।