नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
Altaf Raja Song: एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में कौन कब छा जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे ही आज हम आपको अल्ताफ राजा की स्टोरी सुनाने जा रहे हैं। अल्ताफ राजा ( Altaf Raja) का सुपर डुपर हिट सॉन्ग तुम तो ठहरे परदेसी को देश सहित विदेशों तक में खूब पसंद किया गया था। इस आर्टिकल में हम आपको अल्ताफ राजा के संघर्ष के बारे में कुछ बातें डिटेल में बताएंगे।
Pic: Social Media
अल्ताफ राजा का कोई भी गाना हो पूरे देश में छा जाता था, इनके हर एक सॉन्ग का अंदाज कुछ अलग सा है। आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से अल्ताफ का गाना आपको सुनने को मिल जाएगा। साल 1990 के दशक में रिलीज हुआ अल्ताफ राजा का एल्बम को जनता के द्वारा बहुत प्यार दिया गया था। साथ ही इसके टाइटल ने धमाकेदार बिजनेस भी किया। 1990 के दशक में के कैसेट रातों रात बिक गए थे और इसकी बिक्री 7मिलियन तक पहुंच गई थी। इतनी प्रसिद्धि पाने के बाद अल्ताफ लम्बे सुर्खियों में आए थे और फिर अचानक से गायब हो गए।
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इनके जन्म की बात करें, तो अल्ताफ 15 अक्टूबर 1967 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। हर माता पिता की तरह अल्ताफ के पैरेंट्स का भी ये लक्ष्य था कि अपने बेटे के करियर को सफल बनाएं। लेकिन पांचवी की पढ़ाई खत्म होने के बाद अल्ताफ घर वापस चले गए, फिर बाद में मुंबई के एंटोनियो डिसूजा स्कूल में दाखिला दिलाया गया।
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जब अल्ताफ के पैरेंट्स को इस बात का पता चला कि उनके यहां राज कपूर के जैसी हस्तियां आती हैं। लेकिन यहां पर भी अल्ताफ पढ़ाई को पूरी न कर सके। क्लास 9 th तक पढ़ने के बाद फिर वे घर वापस हो लिए। थक हारकर उनके पेरेंट्स ने उन्हें कपड़े की सिलाई सिखाने के लिए क्लास लगवाई, लेकिन अल्ताफ का मन इसमें भी नहीं लग था। अल्ताफ के पिता एक कव्वाली गायक उस समय में हुआ करते थे।
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एक दिन अल्ताफ ने अचानक अपनी मां से कहा कि वे संगीत को सीखना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने हारमोनियम पर प्रशिक्षण लेना शुरू किया। वो हर समय गाना गाया करते थे। अल्ताफ ने अपनी मां के साथ एक सिंगर के रूप में मंच पर कव्वाली संगीत प्रस्तुत करना शुरू किया। अल्ताफ की मां ने उन्हें पेशेवर रूप से संगीत में जाने की सलाह दे डाली। उनकी आवाज में कव्वाली के गुण हैं जो भी सुनता है उसका ही मन नहीं भरता है। इसके बाद साल 1990 के दशक में उनका फर्स्ट एल्बम रिलीज हुआ।
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अल्ताफ राजा के करियर का सबसे हिट सॉन्ग “तुम तो ठहरे परदेसी” था। कई सारे मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस सॉन्ग का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है। क्योंकि आजतक भारत में इसके केवल कैसेट ही बिके हैं। 18 साल की उम्र में अल्ताफ राजा ने अपने करियर की शुरुआत की और उन्हें कई सारे प्रतिष्ठित सम्मान भी मिले। लेकिन अब अल्ताफ पूरी तरह से इंडस्ट्री से गायब हो चुके हैं और पिछले 2 साल से उनका एक भी गाना तक नहीं रिलीज हुआ है।
साल 2013 में रिलीज हुई इमरान हाशमी की मूवी घनचक्कर में अल्ताफ राजा की आवाज सुनाई दी थी। अल्ताफ अपने पूरे जीवन काल में गजलें प्रस्तुत करने की इच्छा रखते थे। फिल्म शपथ में अल्ताफ ने पहली बार अल्ताफ की आवाज सुनाई दी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अल्ताफ अभी भी मुंबई के मोहम्मद अली रोड में रह रहे हैं। वे अभी भी उस क्षेत्र के लिए काम कर रहे हैं।
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अल्ताफ राजा का सॉन्ग तुम तो ठहरे परदेसी का हाल ही में रीमेक किया गया और दर्शक के लिए प्रस्तुत किया गया था। अल्ताफ का लास्ट सॉन्ग साथ निभाओगे था। जिसे उन्होंने टोनी कक्कड़ के साथ मिलकर गाया था। इस सॉन्ग को यू ट्यूब में 5.2 करोड़ लोगों ने देखा है।