Jyoti Shinde, Editor
Ghaziabad Cyber Fraud case: साइबर फ्रॉड के केस तो आपने कई सुने होंगे लेकिन जो हम आपको बताने जा रहे हैं उस पर गौर जरूर कीजिएगा। मामला गाज़ियाबाद के साहिबाबाद का है। आरोप है कि कैनरा बैंक(Canara Bank) हेल्पलाइन नंबर पर फोन अटैंड करने वाले Cusomer Care Associate ने साज़िश के तहत कैनरा बैंक के ग्राहक के खाते से 5 लाख़ रुपए उड़ा लिए। मतलब दिन दहाड़े साइबर फ्रॉड
क्या है पूरा मामला ?
पीड़ित ने ख़बरीमीडिया को बताया कि उन्होंने 15 जुलाई को FD (एफडी) की Duplicate कॉपी के लिए कैनरा बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया। साजिश के तहत फोन बैकिंग Executive ने उन्हें व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजते हुए बैंक अकाउंट की निजी डिटेल्स भरने को कहा। पीड़ित ने ठीक वैसे ही किया।
बैंक डीटेल्स भरते ही 4 बैंकिंग ट्रांजेक्शन्स के माध्यम से जालसाज़ों ने 5 लाख 2500 रुपए पीड़ित के अकाउंट से उड़ा लिए…वो भी ऐसे नहीं..सबसे पहले फ्रॉडिए ने खुद को पीड़ित के अकाउंट का beneficiary Add किया और बारी बारी से 4 बार अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर लिए। पैसे ट्रांसफर होते ही पीड़ित के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। पीड़ित ने अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी कैनरा बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर और साइबर क्राइम सेल (1930) पर उसी दिन दर्ज कराई गई…
पीड़ित के मुताबिक 15 जुलाई को रात 7-8 बजे के बीच शिकायत दर्ज भी हो गई…लेकिन आरोप है कि शिकायत के बाद भी कैनरा बैंक की तरफ़ से कोई एक्शन नहीं लिया गया…जिसके बाद अगले दिन 16 जुलाई को थाना साहिबाबाद में पीड़ित ने 5 लाख के फ़्रॉड के लिए FIR दर्ज कराई,
सवाल ये है कि कैनरा बैंक का कोई कर्मचारी कैनरा बैंक के ही कस्टमर्स को ठग रहा है तो ठगी के बाद बैंक ज़िम्मेदारी लेने से क्यों इंकार कर रहा है। 5 लाख की ठगी की शिकायत दर्ज करवाई गई तो तुरंत एक्शन क्यों नहीं लिया गया… इसके लिए जिम्मेदार चाहे जो हो लेकिन पीड़ित परिवार का एक-दिन भारी गुज़र रहा है।