इंजीनियरिंग लम्बे समय से भारतीय छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय करियर विकल्प रहा है, जो छात्रों को ढेर सारे करियर ऑप्शन देता है। जैसे- जैसे दुनिया में टेक्नोलॉजी बढ़ रही है आये दिन इंजीनियरिंग की डिमांड भी बढ़ती जा रही है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इंजीनियरिंग के विभिन्न ट्रेड और भारत में इंजीनियरिंग को एक बेहतर फ्यूचर देने वाले एंट्रेंस एग्जाम यानी, JEE Main or JEE Advanced परीक्षा के इम्पोर्टेंस के बारे में बात करेंगे।
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इंडस्ट्री डिमांड
इंजीनियरिंग एक ऐसा कोर्स है जो बड़ी बड़ी इंडस्ट्रियों की हाई डिमांड्स को पूरा करता है, जिससे इंजीनियरिंग के फील्ड में कई बदलाव देखने को मिलते है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, रोबोटिक्स और रिन्यूएबल एनर्जी लेटेस्ट इंजीनियरिंग फील्ड के उदाहरण है। इंजीनियरिंग वास्तव में एक ऐसा क्षेत्र जिसमें छात्र अपनी नॉलेज और स्किल में आधार पर कुछ नया करते है, जिससे आम जनजीवन को कई सुविधाएं मिल रही है। इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स में छात्रों को एक से अधिक विषय, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंडस्ट्री सहयोग (Collaboration) के लिए तैयार किया जाता है ताकि छात्र अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के बाद इंजीनियरिंग की फील्ड में काम करने के लिए एलिजिबल हो जाएं।
टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट्स
टेक्नोलॉजिकल कहो या फिर डिजिटलीकरण, दोनों का फ्यूचर मुख्य रूप से इंजीनियरिंग से जुड़ा हुआ है। इंडिया हमेशा वर्ड लेवल पर कुछ नया करने का प्रयास करते रहता है। इसलिए इंजीनियरिंग में तकनीकियों के माध्यम से कुछ नया बनाने में जोर दिया जाता है। इसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ब्लॉकचेन, साइबर सिक्योरिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी (AR), वर्चुअल रियलिटी (VR) और 3D प्रिंटिंग जैसे विषय शामिल है। इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट छात्रों को इन तकनीकियों में प्रैक्टिकल नॉलेज देकर आने वाले टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट्स के लिए तैयार कर रहे है।
रिसर्च एंड इनोवेशन
वर्ल्ड लेवल पर हमेशा कुछ नया करने की कम्पटीशन में आगे रहने के लिए इंजीनियरिंग संस्थान छात्रों का रिसर्च और इनोवेशन की ओर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते है। साथ ही ये संस्थान छात्रों को रिसर्च प्रोजेक्ट, इंडस्ट्री पार्टनरशिप में शामिल होने के लिए हेल्प करते है। इंजीनियरिंग फील्ड टेक्नोलॉजी से संबंधित चीजों को जानने में स्टूडेंट्स की मदद करता है। इस क्षेत्र के माध्यम से इंजीनियर न केवल प्रजेंट टाइम की प्रॉब्लम को सॉल्व कर रहा है बल्कि आने वाली समस्याओं का भी पहले से समाधान कर सकते है।
एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप कल्चर
कुछ ही वर्ष पहले से, भारत में एंटरप्रेन्योरशिप में तेजी से प्रोग्रेस देखने को मिली है, जिसमें कई स्टार्टअप ने विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। एंटरप्रेन्योरशिप की इम्पोर्टेंस को देखते हुए इंजीनियरिंग सिलेबस अपने संस्थानों में एंटरप्रेन्योरशिप मॉड्यूल और इन्क्यूबेशन सेंटर्स को शामिल कर रहे हैं। इंजीनियरिंग शिक्षा का भविष्य छात्रों को ट्रेडिशनल जॉब भूमिकाओं से अलग सोचने के लिए प्रोत्साहित करेगा और उन्हें जॉब क्रिएटर और इनोवेटर्स बनने के लिए हेल्प करेगा। एक इंटरप्रेन्योर की स्किल्स को देखकर इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग में आने वाले छात्रों को बढ़ावा देते हैं।
JEE Main और JEE Advance का महत्व
इंजीनियरिंग फील्ड में JEE Main और JEE Advance जैसी प्रवेश परीक्षाएं काफी महत्व रखती है। ये एग्जाम स्टूडेंट की योग्यता, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स और फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ जैसे विषयों का टेस्ट लेती है। सबसे ज्यादा स्किल और योग्य स्टूडेंट की पहचान करने के लिए और इंजीनियरिंग फील्ड में एडमिशन के लिए, इसी तरह के एक्साम्स की डिमांड रहेगी। ये परीक्षाएं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों और देश भर के अन्य प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन देने के लिए कंडक्ट की जाती है।