बड़ी ख़बर नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बिल्डर सुपरटेक को लेकर सामने आ रही है। नोएडा के सेक्टर 93A स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर एपेक्स और सियान को 28 अगस्त 2022 को 3700 किलो विस्फोटक लगाकर जमींदोज कर दिया गया।
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टावर तो गिरा दिया गया लेकिन उस पर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी सेक्टर-93 ए में 32 मंजिला टि्वन टावर का अब नाम-ओ-निशान मिट गया है। इसके बाद मौके पर मलबा पड़ा था। इसकी छंटनी कराकर अथॉरिटी ने निस्तारण करा दिया है। पहले जिस जगह टि्वन टावर थे अब वहां मैदान नजर आ रहा है। इसी खाली जमीन को लेकर बिल्डर और आरडब्ल्यूए के बीच विवाद शुरू हो गया है।
खाली जमीन पर शुरू हो गया विवाद
टि्वन टावर करीब 7 हजार 500 वर्ग मीटर जमीन पर बने हुए थे। टावर ढहाए जाने के बाद यह जमीन खाली हो गई है। आरडब्ल्यूए के मुताबिक, बिल्डर ने जमीन घेरने को तार लगाने की तैयारी शुरू की थी। इसका विरोध कर अथॉरिटी को शिकायत दी जा चुकी है। आरडब्ल्यूए का पक्ष है कि यह जमीन सोसायटी की है। इस पर पास हुए नक्शे को अवैध करार दिया जा चुका है, इसलिए बिल्डर यह जमीन छोड़े। आरडब्ल्यूए की शिकायत के बाद बिल्डर पक्ष भी अथॉरिटी पहुंच गया है। बिल्डर पक्ष ने कहा है कि 2006 में इस जमीन पर दो टावर बनाने का नक्शा अथॉरिटी ने पास किया था। इसके बाद जो एफएआर (फ्लोर एरिया रेश्यो) बढ़ा था, उस पर विवाद हुआ था। इस वजह से यह जमीन बिल्डर पक्ष की है और उसे दी जाए। अथॉरिटी में बैठक हो चुकी है। सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए ने भी बैठक की है। बिल्डर और आरडब्ल्यूए दोनों जमीन पर अपना- अपना मालिकाना हक बता रहे हैं। अथॉरिटी अब इस मुद्दे पर आगे बैठक करेगी।