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Punjab निकाय चुनावों के लिए ‘AAP’ की स्ट्रेटेजी, विधायकों-सांसदों को स्क्रीनिंग कमेटियों में मिली जिम्मेदारी

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5 कारणों से महत्वपूर्ण चुनाव

Punjab News: पंजाब में 21 दिसंबर को होने वाले पांच नगर निगमों (Municipal Corporations) और 44 नगर परिषदों के चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) सक्रिय हो गई है। पार्टी ने इन चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटियों (Screening Committees) का गठन किया है, जिसमें विधायकों, सांसदों और अन्य पार्टी नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। पढ़िए पूरी खबर…
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आपको बता दें कि इन स्क्रीनिंग कमेटियों (Screening Committees) में कम से कम 7-8 सदस्य होंगे, जिनमें प्रमुख प्रभारी मंत्री, जोन उपाध्यक्ष, सांसद प्रत्याशी, विधायक, जोन प्रदेश सचिव, लोकसभा प्रभारी, जिला प्रभारी और चेयरमैन शामिल होंगे। यह कमेटियां प्रत्याशी चयन से लेकर अन्य आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने का काम संभालेंगी। इस बार ये चुनाव पार्टी के लिए पांच महत्वपूर्ण कारणों से विशेष महत्व रखते हैं।

इन पांच वजह से चुनाव है अहम

  • इस बार होने नगर निगम चुनाव AAP के लिए काफी अहम है। क्योंकि इस समय राज्य में पार्टी की सरकार है। 117 विधानसभा हलकों में 95 पर पार्टी के विधायक हैं। ऐसे में पार्टी की इन चुनावों को फतह करने की तैयारी में है।
  • नगर निगम चुनाव दिल्ली चुनाव से ठीक पहले है। दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। ऐसे में अगर इन चुनावों में पार्टी को मन मुताबिक रिजल्ट नहीं मिलते हैं। तो नतीजों का असर दिल्ली चुनाव पर भी पड़ेगा।
  • नगर निगम चुनाव भी शहरी एरिया में हो रहे हैं। ऐसे में इस बार सीधा मुकाबला कांग्रेस से नहीं होगा। जबकि शहरी एरिया होने की वजह से इस एरिया में भाजपा की भी पकड़ मजबूत मानी जाती हैं। कई नगर निगमों व नगर काउंसिलों में पहले भी भाजपा के पार्षद और मेयर तक रहे हैं।
  • यह चुनाव अमन अरोड़ा (Aman Arora) के प्रधान बनने के बाद पहली बार हो रहे हैं। इस चुनाव की अगुवाई सीधे वह ही कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कई जिलों में जाकर नेताओं से मीटिंग की। साथ ही चुनाव बनाने की स्ट्रेटजी बनाई थी।
  • नगर निगम चुनाव के बाद सीधे 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी की तरफ से कोशिश की जाएगी कि हर हालत में यह चुनाव जीते जाए। साथ ही 2027 में होने वाले चुनाव की राह को आसान बनाया जाए।