Aiims Delhi में इलाज कराने वाले मरीजों को मिली बड़ी सुविधा, जानें क्या हुआ बदलाव
Aiims Delhi News: दिल्ली एम्स से जुड़ी अच्छी और बड़ी खबर सामने आ रही है। एम्स दिल्ली में इलाज करवाने वाले मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। एम्स ट्रामा सेंटर (AIIMS Trauma Centre) में सर्जरी के लिए बेड न मिलने पर अब रेफर होने वाले मरीजों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि एम्स ट्रामा सेंटर (AIIMS Trauma Centre) में निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास (Dr. M Srinivas) ने नवनिर्मित 5 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर (OT) का उद्घाटन कर दिया है। अब यहां इनकी संख्या बढ़कर 11 पहुंच गई है। इनकी सहायता से बेड जल्द खाली होंगे और दूसरे मरीजों को सर्जरी करवाने का मौका मिल सकेगा।
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एम्स ट्रामा सेंटर (AIIMS Trauma Centre) के प्रमुख डॉ. कामरन फारूकी के मुताबिक अभी तक हर माह लगभग 600 सर्जरी हो रहीं थीं। ओटी की संख्या बढ़ने के बाद अब यह संख्या 1200 से भी ज्यादा हो जाएगी। सर्जरी जल्द होने से बेड भी जल्दी खाली होगा। यह ओटी पूरी तरह से एडवांस सुविधाओं से लैस हैं।
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जल्द शुरू होगा हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर
ट्रामा सेंटर में तैयार किए जा रहे हाइब्रिड ऑपरेशन थियेटर को जल्द ही शुरू किया जा सकेगा। बता दें कि यह एडवांस सुविधाओं से लैस होगा। इसमें मरीज की सर्जरी से लेकर दूसरी सभी प्रकार की सुविधाएं एक जगह पर होंगी। इसमें ऑपरेशन थिएटर में सीटी स्कैन, एंजियोग्राफी आदि जांच की सुविधाएं भी एक जगह पर मिलेंगी। यह देश का पहला हाइब्रिड ऑपरेशन थिएटर होगा।
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अत्याधुनिक मॉड्यूलर ओटी की खास बातें
मल्टीस्पेशियलिटी सर्जरी (Surgery) हो सकेंगी। अंग प्रत्यारोपण भी होगा।
एक ओटी 72 वर्ग मीटर का है जो इसे रेडियो सेफ बनाता है।
ओटी में संक्रमण को कम करने के लिए एसी सिस्टम है।
दीवारें और फर्श इस तरह से बने हैं कि सफाई आसानी से हो सके।
मिलेगा विश्वस्तरीय प्रशिक्षण
नए ओटी की एक और खास बात यह है कि वे पूरी तरह से एकीकृत हैं। इसका मतलब है कि सर्जरी के दौरान की गई प्रक्रियाएं डेमो रूम, व्याख्यान थिएटर या दुनिया के किसी भी कोने में ट्रांसमिट की जा सकती हैं। इससे छात्रों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण देने का अवसर मिलेगा, जो उन्हें नई तकनीकों और प्रक्रियाओं से भली-भांति परिचित कराएगा।
आपको बता दें कि दिल्ली एम्स में हर महीने बड़ी संख्या में मरीजों की सर्जरी होती हैं और यहां सर्जरी के लिए भी मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है, जिसमें काफी ज्यादा वक्त भी लग जाता है। अब नए ऑपरेशन थिएटर बनने से मरीजों को काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।