Delhi

Delhi में दफ़्तरों की टाइमिंग बदलने वाली है..जानिए क्यों?

दिल्ली दिल्ली NCR
Spread the love

Delhi में बदल जाएगी ऑफिस की टाइमिंग? जानिए क्या है कारण

Delhi News: अगर आप भी राजधानी दिल्ली में जॉब करते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं। प्रदूषण (Pollution) पर काबू पाने के लिए डीडीएमए की बैठक में कई निर्णय लिए गए। इस मीटिंग के बाद दिल्ली (Delhi) के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने कहा कि प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली (Delhi) के सरकारी ऑफिस के समय में (Office Timings) भी बदलाव किया जा सकता है।
ये भी पढ़ेंः Noida से दिल्ली सावधान! डेंगू के साथ ये बीमारी बरपा रही क़हर

Pic Social Media

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Lt. Governor VK Saxena) की अध्यक्षता में डीडीएमए की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि धूल हटाने के काम को मिशन मोड पर किया जाएगा। प्रदूषण विरोधी उपायों के कार्यान्वयन में लगी एजेंसियों को इसके कारणों को दूर करने पर विशेष ध्यान देना होगा। इस मीटिंग के बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली के सरकारी ऑफिसों में समय (Office Timings) का बदलाव किया जा सकता है।

गोपाल राय ने एक बयान में बताया कि सड़कों पर एक ही समय में वाहनों की संख्या कम करने के लिए दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों के समय में बदलाव पर भी बातचीत हुई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल से दिल्ली में पायलट आधार पर कृत्रिम बारिश (Artificial rain) कराने की संभावना पर केंद्र सरकार के साथ चर्चा करने का भी अनुरोध किया है। एलजी ने इसको लेकर आश्वासन भी दिया है। मंत्री के मुताबिक पड़ोसी राज्यों से आने वाली डीजल बसों को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा।

ये भी पढ़ेंः Greater Noida: लिफ्ट कंपनी के ख़िलाफ़ बिल्डर क्यों दर्ज करवाई FIR?

Pic Social Media

उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में दिल्ली की सीएम आतिशी, मुख्य सचिव धर्मेंद्र और दूसरे शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए। राज निवास के अधिकारियों ने बताया कि डीडीएमए की बैठक में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विभिन्न कदमों को लागू करने के लिए 4 महीने के लिए हटाए गए नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात करने का भी फैसला लिया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक शहर में वायु प्रदूषण के आंतरिक स्रोतों को कम करने की जरूरत पर उपराज्यपाल ने जोर दिया। राज निवास के एक अधिकारी ने बताया कि धूल को वायु प्रदूषण के सबसे बड़े आंतरिक स्रोत के रूप में पहचाना गया, जिसे तुरंत कंट्रोल किया जा सकता है।

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

एलजी ने बताया कि पिछले पखवाड़े के दौरान एमसीडी और डीडीए ने मिशन मोड में क्रमशः 15,000 मीट्रिक टन और 8000 मीट्रिक टन धूल का निपटान किया। एलजी ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि सीएम और पर्यावरण मंत्री ने स्वीकार किया कि इस अभियान से स्थिति को काफी हद तक कंट्रोल करने में मदद मिली है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को मिशन मोड में इसी तरह के अभ्यास करने का निर्देश दे दिया है।

एमआरएस ट्रकों द्वारा सड़कों की सफाई के साथ-साथ धुलाई के अलावा ऊंची इमारतों पर घूमने वाली स्मॉग गन लगाने का काम भी हो रहा है। अधिकारियों ने मीटिंग में कहा कि घूमने वाली स्मॉग गन से चलने वाले करीब 300 एमआरएस ट्रक शहर की 160 ऊंची इमारतों पर लगाए गए हैं। राय ने जानकारी दी कि पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग होने के बाद भी वाहन शहर में प्रवेश कर रहे थे। इसे रोकने की व्यवस्था की जा रही है।