Delhi Metro के ग्रीन और ब्लू लाइन पर सफर करने वालों के लिए खुश कर देने वाली खबर, होने जा रहा है यह काम
Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो के ग्रीन और ब्लू लाइन पर सफर करने वाले लोगों के लिए बड़ी और खुश कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के ब्लू लाइन कॉरिडोर के इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन पर इंटरचेंज (Interchanges) की सुविधा मिलेगी। इंद्रलोक (Indralok) से इंद्रप्रस्थ (Indraprastha) तक ग्रीन लाइन कॉरिडोर के विस्तार से इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास अंडरग्राउंड स्टेशन (Underground Station) बनाया जाएगा। यह इंटरचेंज दिल्ली के लिए एक बड़ी कनेक्टिविटी का आधार बनेगा। इंद्रप्रस्थ क्षेत्र में बिजली स्टेशन और सरकारी ऑफिस (Government Office) समेत कई महत्वपूर्ण स्थल हैं। इन सब के साथ ही, भारत मंडपम (Bharat Mandapam) और सुप्रीम कोर्ट भी पास में ही है। इस इंटरचेंज की सहायता से हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र तक की आवाजाही आसान हो जाएगी।
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दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के अधिकारियों के मुताबिक इंद्रप्रस्थ स्टेशन एक इंजीनियरिंग उपलब्धि होगा, क्योंकि ग्रीन लाइन को कनेक्ट करने वाला नया स्टेशन अंडरग्राउंड होगा जबकि ब्लू लाइन पर चल रहा स्टेशन एलिवेटेड है। इससे ग्रीन लाइन और ब्लू लाइन स्टेशनों के बीच कनेक्टिविटी हो सकेगी। अंडरग्राउंड और एलिवेटेड हिस्सों को कनेक्ट करने के लिए रैंप का भी निर्माण किया जाएगा। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेशन से इंद्रलोक कॉरिडोर (ग्रीन लाइन) का विस्तार है। यह 12.4 किलोमीटर लंबा है और पूरी तरह से अंडरग्राउंड तैयार होगा। वर्तमान में डीएमआरसी इस कॉरिडोर पर निर्माण कार्य शुरू करने से पहले प्री-टेंडरिंग प्रक्रिया (Pre-Tendering Process) में है। अभी, कॉरिडोर के लिए सभी प्रासंगिक दस्तावेज और डिजाइन को आखिरी रूप दिया जा रहा है।
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कॉरिडोर को इस साल मार्च में केंद्र सरकार (Central Government) से मंजूरी मिल गई थी। साथ-साथ 8.4 किलोमीटर लंबी लाजपत नगर-साकेत जी ब्लाक मेट्रो कॉरिडोर (Metro Corridor) को भी मंजूरी मिली थी। डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि इन दोनों कॉरिडोर के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग समेत दूसरे विभागों से जमीन अधिग्रहण और वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। साल 2028 तक यह कॉरिडोर बनकर तैयार होंगे।
इंटरचेंज की भी मिलेगी सुविधा
इंद्रप्रस्थ से इंद्रलोक कॉरिडोर पर लगभग हर दूसरे स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा मिलने लगेगी। ऐसे में इस कॉरिडोर की लंबाई मात्र 12.4 किलोमीटर होने के बाद मेट्रो के विभिन्न कॉरिडोर से कनेक्ट करने के लिए यह कॉरिडोर बेहद ही महत्वपूर्ण होगा। इससे यात्रियों को अपनी आवश्यकता के हिसाब से विभिन्न इंटरचेंज स्टेशनों से मेट्रो बदलकर दूसरे कॉरिडोर की मेट्रो में सफर का भी ज्यादा विकल्प मिलेगा। इस पर कुल 10 स्टेशन होंगे इसमें से एक एलिवेटेड व 9 अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे। इसमें इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट व इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज होंगे।
6 मेट्रो कॉरिडोर से जुड़ेगी लाइन
इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ मेट्रो लाइन के 5 इंटरचेंज स्टेशन 6 मेट्रो कॉरिडोर को इस एक लाइन से कनेक्ट होंगे। इंद्रलोक रेड लाइन के साथ, नबी करीम मजेंटा लाइन, दिल्ली गेट वॉयलेट लाइन और इंद्रप्रस्थ स्टेशन ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज स्टेशन होगा। वहीं, नई दिल्ली स्टेशन यलो लाइव और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के वर्तमान मेट्रो स्टेशनों के साथ इंटरचेंज स्टेशन होगा।
2026 में शुरू होंगे तीन निर्माणाधीन कॉरिडोर
फेज-4 के तहत 3 निर्माणाधीन कॉरिडोर को साल 2026 में चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की योजना है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर और एरोसिटी-तुगलकाबाद। जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम और मजलिस पार्क-मौजपुर क्रमशः मैजेंटा और पिंक लाइन के विस्तार हैं, वहीं एरोसिटी से तुगलकाबाद नई गोल्डन लाइन है। इन तीनों कॉरिडोर की कुल लंबाई 65 किलोमीटर है।