तकरीबन हर क्लास के बच्चों के एग्जाम खत्म हो चुके हैं. ऐसे में ज्यादातर पैरेंट्स ऐसे हैं जो बच्चों की किताबें रद्दी के भाव बेच देते हैं। लेकिन नोएडा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास झा ने एक मुहिम छेड़ रखी है। मुहिम गरीब बच्चों की मदद की। विकास अपने सहयोगियों की मदद से उन किताब और कॉपियों को इकट्ठा करते हैं और उसे जरुरतमंदों तक पहुंचाते हैं। वो भी बिल्कुल मुफ्त…विकास झा दस सालों से बच्चों के एजुकेशन (Education in India) के ऊपर काम करते हैं. पेशे से वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, लेकिन बच्चों के शिक्षा के ऊपर वो समय निकाल कर बच्चों को पढ़ाते हैं।
सोसाइटी के लोग करते हैं मदद
रविकांत भी विकास के इस अभियान से जुड़े हैं. वो बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई बच्चों के बीच किताब कॉपी या कोई स्टेशनरी उपलब्ध नहीं होता. ऐसे में उन्हें शिक्षा से दूर होना पड़ता है. इसलिए हमने अभियान चलाया है.
हम अलग अलग सोसायटी से स्टेशनरी इकट्ठा करते हैं और सेक्टर 118, सेक्टर-71 के सेन्टर पर बच्चों के लिए रख देते हैं. यहीं से फिर बच्चों को जरूरत के हिसाब से बांट देते हैं. अगर कोई हमसे संपर्क करना चाहता है तो +919654460578 पर कॉल कर सकते हैं.