J&K Exit Polls 2024: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu and Kashmir Assembly Elections) के एग्जिट पोल सामने आ चुके हैं और प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।इस बार के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस (Congress) के गठबंधन को सबसे अधिक सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) दूसरे स्थान पर रह सकती है। महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) भी नुकसान के बावजूद किंगमेकर की भूमिका में दिखाई दे रही है, जो गठबंधन सरकार के गठन में अहम भूमिका निभा सकती है।
एग्जिट पोल क्या कह रहे हैं?
न्यूज 24 (News 24) के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस को 46-50 सीटें मिलने का अनुमान है। BJP को 23-27 सीटें, PDP को 7-11 और अन्य को 4-6 सीटें मिल सकती हैं।
रिपब्लिक टीवी (Republic TV) पी मार्क के मुताबिक, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस को 31-36 सीटें मिल सकती हैं। BJP को 28-30 सीटें, PDP को 5-7 और अन्य को 8-16 सीटें मिलने का अनुमान है।
पीपल्स पल्स (People’s Pulse) के एग्जिट पोल के मुताबिक NC-कांग्रेस के खाते में 46-50 सीटें, BJP को 23-27 सीटें मिल सकती हैं। वहीं PDP को 7-11 और अन्य को 4-6 मिलने की संभावना जताई गई है।
एक्सिस माय इंडिया (Axis My India) के मुताबिक NC-कांग्रेस को 35-45 सीटें, BJP को 24-34 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि PDP को 4-6 और अन्य को 8-23 सीटें मिल सकती हैं।
एग्जिट पोल्स के मुताबिक, 90 विधानसभा सीटों वाले इस केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, स्पष्ट बहुमत पाने में यह गठबंधन नाकाम रहता नजर आ रहा है। बीजेपी को 25-30 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है। इसके बावजूद किसी भी दल को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनने के आसार हैं।
उमर अब्दुल्ला का बयान
एग्जिट पोल्स में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस की बढ़त को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में एग्जिट पोल्स को महज ‘टाइम पास’ बताया। उन्होंने कहा, “मैं एग्जिट पोल्स पर ध्यान नहीं दे रहा हूं, क्योंकि केवल 8 अक्टूबर के नतीजे ही वास्तविक स्थिति बताएंगे। बाकी सब सिर्फ चर्चा का विषय है।”
तीन चरणों में हुआ मतदान
इस बार जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव संपन्न हुए। पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा चरण 25 सितंबर और अंतिम चरण 1 अक्टूबर को हुआ। मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और जनता ने उत्साह से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हरियाणा के साथ इन चुनावों के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
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बीजेपी और पीडीपी की भूमिका
बीजेपी की स्थिति मजबूत है, लेकिन स्पष्ट बहुमत से पीछे रहती दिख रही है। वहीं, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को नुकसान होने के बावजूद वह किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है। गठबंधन सरकार के गठन के लिए पीडीपी की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नए समीकरण उभर सकते हैं।
अन्य राज्यों पर असर
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव परिणामों का असर आगामी झारखंड और महाराष्ट्र चुनावों पर भी पड़ सकता है। इन राज्यों में भी इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। जम्मू-कश्मीर के नतीजे विशेष रूप से भाजपा के लिए अहम साबित हो सकते हैं, क्योंकि इससे केंद्र की नीतियों और क्षेत्रीय राजनीति पर असर दिखने की संभावना है।
8 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव कई नए राजनीतिक समीकरण लेकर आएगा और प्रदेश की राजनीति में नए मोड़ की उम्मीद की जा रही है।