यूपी के गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक ईकोविलेज 2 (Noida Supertech Ecovillage 2) के सैकड़ों फ्लैट बायर्स का सपना टूट सकता है. सालों से लोग अपने घर का इंतजार कर रहे थे, लेकिन प्रोजेक्ट के इनसॉल्वेंसी में जाने के एक साल बाद भी कोई उम्मीद नहीं नजर आ रही है. अब बात लिक्विडिटी में जाने की चल रही है. इससे लगभग 2500 फ्लैट बायर्स संशय में हैं कि कहीं उनका पैसा तो नहीं डूब जाएगा? कहीं घर का सपना तो नहीं टूट जाएगा?
लिक्विडिटी का मतलब हैं, प्रोजेक्ट का नीलाम होना और नीलामी की कीमत जितनी होगी उतना ही पैसा मिलेगा. मतलब अगर घर के लिए 7.50 लाख रुपए दिए हैं, लेकिन यदि नीलामी में घर 5 लाख रुपए में बिकता है, तो 5 लाख रुपए ही मिलेंगे. लिहाजा सभी को डर सता रहा है कि यदि लिक्विडिटी में चला गया, तो पता नहीं उस पैसे की क्या कीमत मिलेगी. ऐसे में फ्लैट खरीदारों को ये चिंता सता रही है कि अगर ऐसा कुछ हुआ तो तो..ना घर मिलेगा.. ना ही पूरा पैसा।