Corona के दौरान फीस लेने वाले स्कूलों की बढ़ गई मुसीबत
Noida News: कोरोना के दौरान बच्चों से ली गई फीस को एडजस्ट करने का मामला फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक कुछ स्कूलों को छोड़कर बाकी स्कूलों ने फीस एडजस्ट (Fees Adjustment) करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऊपर से खबर ये भी है कि जिन स्कूलों ने ऐसा किया है, उन्होंने शिक्षा विभाग (Education Department) को झूठा जवाब भी भेज दिया है कि उन्होंने कोरोना (Corona) के दौरान सत्र 2020-21 में फीस में 20 प्रतिशत कटौती की थी वो फीस एडजस्ट कर दी है।
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Google Form भरवाएगी ANSPA
हालांकि ऑल नोएडा पैरेंट्स एसोसिएशन (All Noida Parents Association) इसे झूठ करार दे रही है। ANSPA के महासचिव के अरुणाचलम का कहना है कि स्कूलों द्वारा फीस कम करने और फीस को समायोजित करने की सही जानकारी लेने के लिए अभिभावकों से गूगल फॉर्म भरवाएंगे। इससे साफ हो जाएगा कि किन स्कूलों ने फीस कम की थी और किन स्कूलों ने फीस का समयोजन किया था। उसके बाद वो इस मुद्दे को DMC/DFRC तक ले जाएंगे ताकि दूध का दूध, पानी का पानी अलग हो सके।
नए सत्र में फीस समायोजित करने दावा
जिले के 150 से ज्यादा स्कूलों ने फीस समायोजित पर शिक्षा विभागको बताया है कि कोविड के दौरान ही फीस में 20 प्रतिशत की कटौती की थी। साथ ही कुछ स्कूलों ने नोटिस के जवाब में कहा है कि उन्होंने नए सत्र के दाखिले के दौरान ही फीस को समायोजित कर दिया था। हालांकि ऑल नोएडा पैरेंट्स एसोसिएशन का कहना है, प्राइवेट स्कूली अभी भी अपनी मनमानी कर रहे हैं और स्कूल शिक्षा विभाग को सही जानकारी देने के बजाय गुमराह कर रहे हैं।
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ऑल नोएडा पैरेंट्स एसोसिएशन के मुताबिक जिले के प्राइवेट स्कूलों को 200 करोड़ से ज्यादा की रकम अभिभावकों को वापस करनी है, जिसे स्कूल लौटाने को तैयार नहीं हैं। एसोसिएशन की ओर से अब अभिभावकों से गूगल फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, जिससे यह साफ हो जाएा कि किन स्कूलों ने फीस में कटौती की थी और किन स्कूलों ने फीस का समायोजन किया है।
ऑनलाइन चली कक्षाएं, ली गई पूरी फीस
जिले में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के 225 प्राइवेट स्कूल हैं। कोरोना के दौरान 2020-21 में स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया था। ऑफलाइन कक्षाएं न चलने के बावजूद अभिभावकों से सत्र की पूरी फीस ली गई थी। हालांकि इस दौरान स्कूलों में शिक्षा के अलावा होने वाली सभी प्रकार की एक्टिविटी पूरी तरह से बंद थी।
इसके विरोध में कुछ अभिभावक उच्च न्यायालय गए थे। उच्च न्यायालय ने स्कूलों को 2020-21 सत्र की 15 प्रतिशत शुल्क लौटाने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने स्कूलों को नोटिस भेजकर फीस समायोजित करने की जानकारी मांगी थी।
एसोसिएशन को उपलब्ध कराई जाए सूची
ऑल नोएडा पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यतेंद्र कसाना का कहना है कि कोविड के दौरान सिर्फ 15 से 20 स्कूलों ने फीस कम की थी। जो स्कूल फीस कम करने का दावा कर रहे हैं, उनकी सूची एसोसिएशन को उपलब्ध कराई जाए। एसोसिएशन की ओर से अभिभावकों से गूगल फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, इससे साफ हो जाएगा कि कितने स्कूलों ने फीस कम की थी और किन स्कूलों ने फीस समायोजित की है।
बोले अधिकारी, करेंगे रिव्यू
जिला विद्यालय निरीक्षक डा धर्मवीर सिंह का कहना है कि जिले के 150 से ज्यादा स्कूलों ने नोटिस का जवाब दिया है कि उन्होंने कोरोना के दौरान सत्र 2020-21 में फीस में 20 प्रतिशत की कटौती की थी। कई बड़े स्कूलों ने जवाब दिया है कि उन्होंने फीस का समायोजन कर दिया है। अब विभागीय स्तर से इसका रिव्यू किया जाएगा।