Digital Arrest में महिला से ठगे 6 लाख
Digital Arrest: इन दिनों साइबर क्राइम खूब हो रहा है। साइबर अपराध के साथ साथ डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) के भी मामले तेजी के साथ बढ़ने लगे हैं। उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) में डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। डिजिटल अरेस्ट का ताजा मामला सेक्टर-49 (Sector-49) थाने से सामने आया है, जहां पर पार्सल में आपत्तिजनक सामान होने को लेकर डराकर साइबर अपराधियों ने एक महिला को डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान कई बार में 6 लाख रुपए अपराधियों ने अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए थे। पीड़ित महिला ने थाने में केस दर्ज करवाया है। पुलिस के द्वारा मामले की जांच चल रही है।
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जानिए कैसे दिया ठगी को अंजाम
थाना सेक्टर-49 के प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार सैनी ने जानकारी दी कि मानसी मचेशिया पुत्री राजेश ने थाने में शिकायत दर्ज कराई हैं कि मानसी नोएडा के बरौला गांव में रहती हैं। पीड़िता ने बताया कि बीते 31 जुलाई को सुबह के समय उन्हें अलग-अलग मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को फेडेक्स कूरियर कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि आपने एक पार्सल मुंबई से ईरान (Iran) भेजा है, जिसे रोक लिया गया है। इसकी शिकायत महाराष्ट्र पुलिस में करनी पड़ेगी।
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फिर करवाया 10 लाख रुपये का लोन
आरोपियों ने पीड़िता को अपनी बातों में उलझाए रखा। मानसी को कई प्रकार से डरा कर और काफी एजेसियों का डर दिखाकर अपने खाते में 3 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद पीड़ित को आरोपियों ने डराना धमकाना जारी रखा और उनसे उनके दस्तावेज लेकर आईसीआईसीआई बैंक से 10 लाख रुपये का लोन भी करवाया। उस लोन की रकम में से भी आरोपियों ने 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिया। थाना प्रभारी ने कहा कि युवती की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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जानिए क्या होता है डिजिटल अरेस्ट
बता दें कि डिजिटल अरेस्ट के दौरान ठग कॉल कर किसी व्यक्ति को किसी अपराध में शामिल होने का आरोप लगाकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। जेल भेजने के नाम पर वसूली करते हैं। जांच के नाम पर उन्हें ऑनलाइन माध्यम से वीडियो कॉल पर बने रहने को मजबूर करते हैं। कैमरे के सामने दबाव बनाकर बैठाए रखने की प्रक्रिया को ही साइबर अपराध में डिजिटल अरेस्ट कहा जाता है।