खबर दिल्ली से सटे गाजियाबाद से है जहां B-Tech के 2 छात्रों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। 1 नवंबर को साक्षी और 3 नवंबर को हार्दिक ने सुसाइड कर लिया। इसमें चौंकाने वाली बात ये कि दोनों स्टूडेंट टेलीग्राम पर एक इन्वेस्टमेंट ग्रुप से जुड़े थे। वे इस ग्रुप एडमिन को लगातार पैसा भेज रहे थे। मौत से आधा घंटे पहले तक पैसा ट्रांसफर करते रहे।
ब्लैकमेल की साजिश का शक
पुलिस की अब तक की जांच से ये बात पता चली है कि इन्वेस्ट किया गया पैसा वापस नहीं मिलने पर दोनों स्टूडेंट्स ने ये आत्मघाती कदम उठाया है। फिलहाल साइबर क्राइम ने टेलीग्राम को पत्र लिखकर इस ग्रुप के बारे में जानकारी मांगी है। परिजनों ने इसके पीछे ब्लैकमेल जैसी गहरी साजिश की आशंका जताई है।
कौन थी साक्षी, कैसे हुई मौत ?
विजयनगर इलाके के क्रॉसिंग रिपब्लिक एरिया में गौर ग्लोबल विलेज हाउसिंग सोसाइटी है। यहां 12वीं मंजिल पर बैंक एम्प्लॉय राजू केलपिया का परिवार रहता है। राजू की बेटी साक्षी केलपिया (20 साल) ABES आईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक सेकेंड ईयर की छात्रा थी। 1 नवंबर की शाम 4 बजे साक्षी की 12वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई।
कैसे हुई हार्दिक की मौत?
दूसरा घटनाक्रम 3 नवंबर को विजयनगर थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ विहार स्थित अपेक्स द क्रेमलिन सोसाइटी में हुआ। यहां 19वीं मंजिल से गिरकर एक छात्र की मौत हो गई। उसकी पहचान हार्दिक (19 साल) के रूप में हुई। हार्दिक ABES कॉलेज में बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र था। वो प्रताप विहार का रहने वाला था, लेकिन उसने इस सोसाइटी में एंट्री करते वक्त कोई मीटिंग होना बताया था। आज तक ये बात पता नहीं चला कि हार्दिक सोसाइटी में किससे मिलने आया था। हार्दिक का बैग 17वीं मंजिल पर मिला था। फिलहाल पुलिस दोनों ही मामले की जांच में जुट गई है। इनसे जुड़े सभी मामलों को खंगाला जा रहा है ताकि सच सामने आ सके।