नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
Vastu Dosh Upay: वास्तु शास्त्र में दो तरह की ऊर्जा के बारे में बताया गया है एक सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक। सकारात्मक ऊर्जा के घर में आने से हर तरफ खुशियों का माहौल होता है, वहीं चारों ओर पॉजिटिविटी ही महसूस होती है। दूसरी ओर नकारात्मक ऊर्जा के आने से नेगेटिविटी बढ़ जाती है और लगातार समस्याएं एक के बाद एक आने लगती हैं। ऐसे में जानिए कि किस तरह के घरों में वास्तु दोष का पता आसानी से लगाया जा सकता है।
काम में लगातार रुकावट आना
यदि आपके बने काम बार बार बिगड़ने लगे और सफलता के नजदीक पहुंचते ही हाथ से निकल जाए तो वास्तु दोष का ये सबसे बड़े संकेत होता है। वास्तु दोष के होने से काम में बार बार रुकावट आती है। ऐसे में हो सकता है कि घर के मध्य भाग में कोई न कोई रुकावट आ रही हो, घर के मध्य भाग में ब्रह्मा का स्थान होता है। ऐसे में घर के मध्य भाग में किसी तरह की कोई वजनी वस्तु यदि रखा हुआ है तो उसे वहां से तुरंत हटा दें। वहीं, इस जगह में भूलकर भी वाशरूम नहीं बनवाना चाहिए।
जब आर्थिक स्थिति खराब हो जाए
जब आपकी आर्थिक स्थिति एकदम से खराब हो जाए या मेहनत के बाद भी आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़े तो ये वास्तु दोष का एक कारण हो सकता है। अगर बहुत कोशिशों के बाद भी आपके हाथ में पैसा नहीं रुकता है तो घर के दक्षिण पश्चिम दिशा में कोई वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में घर के मेन डोर या खिड़की की दिशा बदलने पर इस दोष से आप निजात पा सकते हैं।
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सेहत से जुड़ी समस्या होना
यदि आपके परिवार में अक्सर लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी रहती है तो ये भी एक तरह के वास्तु दोष हो सकता है। ऐसे में घर में दक्षिण पूर्व दिशा में रखी गई कोई गलत वस्तु घर के सदस्यों पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। इसलिए घर की इस दिशा को खाली रखना चाहिए।