Greater Noida West की इस सोसायटी ने नेफोवा के साथ मिलकर मोर्चा खोल दिया

Spread the love

Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इस सोसायटी (Society) ने नेफोवा के साथ मिलकर मोर्चा खोल दिया है। बता दें कि निवासियों (Residents) का कहना है कि रूफ टॉप पार्क के एक्सपेंशन जॉइंट (Expansion Joint) की मरम्मत नहीं हुई, जिससे प्रत्येक साल की भांति आने वाले बरसात में फिर से पार्किंग और बेसमेंट तालाब बनेगा।
ये भी पढ़ेः Greater Noida West: इस सोसायटी के लोगों ने बिल्डर की नींद उड़ा दी!

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।

सोसायटी में कई भयावह एक्सपेंशन ज्वाइंट (Expansion Joint) हैं जो बच्चों की जान के लिए खतरा हैं। अग्निशमन उपकरण या तो लगे नहीं हैं या फिर बिल्डिंग की शोभा बढ़ा रहे हैं। पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, असेंबली एरिया, स्मोक डिटेक्टर, फायर अलार्म ये सब कुछ भी नहीं चलता। आग लगने की स्थिति में रास्ता ढूंढने के लिए जरूरी फायर पाथ मार्किंग तक नहीं है।

प्लास्टर झड़ रहे हैं, सालों से नहीं हुआ पेंट

वहीं सोसायटी की पार्किंग (Parking) के लिए रोजाना लड़ाई होती है क्योंकि बिल्डर ने अपना काम पूरा नहीं किया। क्लब और जिम ऐसा लगता है सिर्फ कागजों तक ही रहेंगे । पर्याप्त गार्ड या सीसीटीवी नहीं है। आवारा कुत्तों की बड़ी समस्या है, समिति की बिल्डिंग कुछ साल मे ही खंडहर सी लगने लगी है। प्लास्टर झड़ रहे हैं, सालों से पेंट नहीं हुआ।

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

बिजली जितनी बेची गई है या बैकअप जितना बेचा गया है, उससे कई गुना कम कैपेसिटी इंस्टॉल है। फिक्स्ड चार्ज मनमाना है, क्लब में हॉल का बूकिंग चार्ज (Booking Charge) काफी ज्यादा है। इसकी शिकायत प्राधिकरण से कई बार की जा चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला।

Pic Social Media

नेफोवा अध्यक्ष ने लगाई बिल्डरों को फटकार

नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार (Abhishek Kumar) ने उपरोक्त सभी समस्याओ पर बिल्डर और सरकारी अधिकारियों को आड़े हाथों लिया तथा जल्द ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) में बिल्डर तथा निवासियों की एक त्रिपक्षीय वार्ता प्राधिकरण के साथ करवाने के लिए आश्वासन दिया। इसके अलावा अमिताभ कांत समिति की रिपोर्ट आने के बाद रजिस्ट्री शुरू नहीं करवाने तथा ढुलमुल रवैया अपनाने के लिए प्राधिकरण तथा बिल्डर दोनों को घेरते हुए चेतावनी दी।

दीपांकर कुमार ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बाधा डालने तथा रोजमर्रा के कार्य में लेटलतीफी के लिए बिल्डर और मेंटेनेंस एजेंसी के खिलाफ मुहिम चलाने की बात को रखा। रोहित मिश्रा ने मेंटेनेंस को सुधर जाने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि बिना मूलभूत सुविधाएं दिए, कुर्सीवीर बनकर बैठने वालों को स्थान बदल लेना चाहिए, यहां गुजारा हो नहीं पाएगा। संजीव सक्सेना ने अग्निशमन उपकरणों में कमी की और भी दुर्घटना की स्थिति में बड़ी विपदा की ओर इशारा किया।