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Odd-Even: Noida से दिल्ली..शुरू होने वाला है Odd-Even..ये रही डिटेल

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Odd-Even: Noida से दिल्ली बढ़ने लगा प्रदूषण, लागू होगा Odd-Even..पढ़िए पूरी खबर

Odd-Even: नोएडा-ग्रेटर नोएडा से लेकर राजधानी दिल्ली में हर साल की तरह इस बार भी वायु प्रदूषण की समस्या से लोग परेशान हैं। जैसे जैसे ठंड बढ़ती है वैसे ही वायु प्रदूषण भी बढ़ने लगता है और इससे दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इसी वजह से दिल्ली सरकार (Delhi Government) दीपावली और नए साल के जश्न की शुरुआत से पहले ही वायु प्रदूषण (Air Pollution) को बढ़ने से रोकने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जिसमें वाहनों पर ऑड-इवन (Odd-Even) भी शामिल है। आप दिल्ली की तरफ अगर आवाजाही करते हैं तो पहले से तैयार हो जाएं।
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पटाखों पर लगेगा बैन

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण (Air Pollution) गंभीर समस्या है, जिससे हर साल लाखों लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसका सबसे भयानक रूप हमें सर्दियों में देखने को मिलता है। दीपावली के समय अस्थमा और दूसरी बीमारी वाले लोगों को तो दिल्ली-एनसीआर छोड़ना पड़ता है। इसको रोकने के लिए पहले से ही सरकार कड़े कदम उठा रही है। दिल्ली सरकार की ओर से इस साल भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। खास बात यह है कि जल्द ही दिल्ली में ऑड-इवन नियम भी लागू किया जा सकता है, इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। पिछले साल भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने वायु प्रदूषण को कंट्रोल में रखने के लिए पटाखों पर बैन लगाया था। हालांकि फिलहाल यह प्रतिबंध लागू नहीं है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही नियम लागू होगा जो कि 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा।

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ठंड आते ही बढ़ने लगता है प्रदूषण

ठंड के मौसम आते ही दिल्ली और NCR में वायु प्रदूषण में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलने लगी है, AQI 300 अंक को पार कर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। यह परेशान करने वाला रुझान तब देखने को मिल रहा है जब निवासी ठंड के महीनों के लिए तैयारी कर रहे हैं। बरसात के बाद कई कारकों के कारण वायु गुणवत्ता काफी खराब हो जाती है।

जानिए क्या है ऑड-इवन योजना

आपको बता दें कि वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली सरकार ऑड-इवन योजना का प्रयोग करती है। जिसके तहत ऑड अंक पर समाप्त होने वाले पंजीकरण नंबर वाले प्राइवेट वाहनों को ऑड डेट पर और इवन अंक वाले वाहनों को इवन डेट पर सड़कों पर चलने की अनुमति मिलती है। जब भी यह योजना लागू होगी, 1, 3, 5, 7, 9 जैसे ऑड अंक पर खत्म होने वाले वाहन पंजीकरण 2, 4, 6, 8, 10 जैसी इवन डेट पर सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी तरह, 0, 2, 4, 6, 8 जैसे इवन अंक पर समाप्त होने वाले पंजीकरण नंबर वाले वाहनों को 5, 7, 9, 11, 13 और 15 जैसी ऑड संख्या वाली तिथियों पर सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं होती है।

आर्टिफिकल बारिश की भी हो रही तैयारी

इन सबके साथ ही दिल्ली सरकार लोगों को वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने का भी प्लान बना रही है, जिससे कम से कम गाड़ियां सड़कों पर निकलें और वायु में सुधार बना रहे। साथ ही आर्टिफिकल बारिश के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को चिट्ठी लिखी गई है। ये योजना केवल इमरजेंसी स्थिति के तैयार की जा रही है।

2016 में पहली बाद शुरू हुई थी ऑड-इवन योजना

ऑड-इवन योजना की शुरुआत दिल्ली में पहली बार पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने 2016 में की थी, हालांकि यह अवधारणा नई नहीं है। यह योजना अमेरिका में 1979 में शुरू की गई थी। इराक और ईरान में अस्थिर परिस्थितियों की वजह से दुनिया भर में तेल की कीमतों में वृद्धि होने पर अमेरिका ने विषम-सम राशनिंग का प्रयोग किया। साल 2012 में अमेरिका में तूफान सैंडी के आने के बाद इस योजना का फिर से प्रयोग किया था। गैसोलिन की कमी हो गई थी। इस कारण ईंधन की जमाखोरी होने लगी। बिना नंबर वाली लाइसेंस प्लेट को विषम माना जाता था।